कथावाचक प्रदीप मिश्रा के कुबेरेश्वर धाम में भगदड़, महिला की मौत; कई लापता

मध्यप्रदेश के सीहोर स्थित कुबेरेश्वर धाम में गुरुवार से 7 दिन के लिए आयोजित रुद्राक्ष महोत्सव में पहले ही दिन आखिरकार भीड़ बेकाबू हो गई. कार्यक्रम में करीब 10 लाख से ज्यादा श्रद्धालु पहुंचे. पलक झपकते ही प्रशासन की सारी व्यवस्थाएं चरमरा गयी. कार्यक्रम अव्यवस्था का शिकार हो गया. श्रद्धालुओं के बीच मची भगदड़ में एक महिला की मौत की सूचना है. बताया जा रहा है कि कई लोग लापता हैं. उधर, भोपाल -इंदौर हाई वे पर लाखों पैदल लोग कुबेरेश्वर धाम पहुंच रहे हैं.
अलग-अलग राज्यों से पहुंचे वाले भक्तों का कहना है कि हमारी काफी आस्था है. रुद्राक्ष चमत्कारी है. इससे हम स्वस्थ हो जाते. भीड़ इतनी है कि पैदल चलना तक मुश्किल है. थक हारकर लोग सड़क किनारे खेतों के पास बैठ चुके हैं. लोगों का कहना है कि हम दिल्ली से आए हैं, मगर भीड़ इतनी है की हम नहीं पहुंच पाए, इसलिए अब यही बैठ गए हैं. हमारी बहुत आस्था है. रुद्राक्ष से बीमारी ठीक हो जाती है.
अव्यवस्थाओं को लेकर परेशान हुए लोग, कथावाचक प्रदीप मिश्रा पर फूटा ग़ुस्सा
वहीं, अव्यवस्थाओं को लेकर लोग इतने परेशान हुए कि कथावाचक प्रदीप मिश्रा पर जमकर गुस्सा फूटा. भक्तों ने कहा कि हम बहुत दूर से आए थे, मगर धाम पर जरा सी भी व्यवस्था नहीं थी. पानी तक नहीं मिला. रुद्राक्ष जमीन पर फेंके गए. प्रदीप मिश्रा ने ठीक नहीं किया. आईजी इरशाद वली ने कहा कि अनुमान नहीं था कि इतनी तादाद में जनता आएगी. फिलहाल, पुलिस व्यवस्थाओं में लगी है.
7 दिन महोत्सव का आयोजन, पहले दिन महिला की मौत
रुद्राक्ष लेने कथा वाचक प्रदीप मिश्रा के कुबेरेश्वर धाम पहुंची महिला की मौत की दिला का दौरा पढ़ने से मौत हो गई. महाराष्ट्र के मालेगांव से आई 50 साल की महिला मंगल बाई कतार में इंतजार कर रही थी, तभी दिल का दौरा पड़ गया. आपको बता दें कि कथावाचक प्रदीप मिश्रा के कुबेरेश्वर धाम में 16 फरवरी यानी आज से 22 फरवरी रुद्राक्ष महोत्सव का कार्यक्रम का आयोजन है. लेकिन पहले दिन ही उम्मीद से ज्यादा श्रद्धालुओं के पहुंचने से प्रशासन के हाथ-पांव भी फूलते नजर आए.
वहीं, सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सीहोर जिले के ग्राम आंबा और खेरी सिलगेना में हो रहे धार्मिक, आध्यात्मिक कार्यक्रमों में उपस्थित श्रद्धालुओं से वीसी के माध्यम से विचार साझा किया और सबके मंगल एवं कल्याण के लिए प्रार्थना की.