कानपुरः अपने ” गीत के जरिए सत्ता से सवाल करने वाली गायिका को उत्तर प्रदेश सरकार ने नोटिस भेजा है। नोटिस में लिखा गया है कि उनके गीत ने समाज में वैमनस्य और तनाव फैलाने का काम किया है। इस नोटिस के जरिए नेहा सिंह राठौर से सात सवाल किए गए हैं, जिसका जवाब दाखिल करने के लिए तीन दिन का समय दिया गया है। देर रात राठौर को मिले इस नोटिस से प्रदेश में सियासी माहौल गर्माने के आसार हैं। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इसे लेकर बीजेपी की सरकार पर निशाना भी साध दिया है। उन्होंने इसे शर्मनाक बताया है।नेहा सिंह राठौर को यह नोटिस उत्तर प्रदेश की कानपुर पुलिस की ओर से भेजा गया है। नोटिस में गायिका से सात सवाल किए गए हैं। इसमें कहा गया है कि सोशल मीडिया पर प्रसारित गीत यूपी में का बा के वीडियो में क्या नेहा सिंह राठौर हैं या नहीं? इसके अलावा उनके ट्विटर अकाउंट, यूट्यूब अकाउंट को लेकर भी सवाल किए गए हैं। यह भी पूछा गया है कि क्या ये गीत नेहा सिंह राठौने खुद लिखा है। अगर लिखा है तो क्या इसे वह प्रमाणित करती हैं या नहीं। क्या इस गीत के भावार्थ से समाज पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में वह जानती हैं या नहीं? नेहा सिंह से मांगे सात सवालों के जवाबऐसे सात सवालों के जवाब नेहा सिंह राठौर से मांगे गए हैं। साथ ही यह भी कहा गया है कि इस गीत के कारण समाज में वैमनस्य और तनाव की स्थिति उत्पन्न हुई है। इस नोटिस के मिलने के बाद से तीन दिन के भीतर नेहा सिंह राठौर को इसका जवाब देने के लिए कहा गया है। यह चेतावनी भी दी गई है कि अगर जवाब संतोषजनक नहीं होते तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। देर रात महिला सिपाहियों के साथ नोटिस लेकर पहुंची कानपुर पुलिस का वीडियो नेहा सिंह राठौर ने अपने ट्विटर हैंडर पर भी शेयर किया है और बताया है कि ‘यूपी में का बा’ गाने पर उन्हें नोटिस मिला है।मनीष सिसोदिया ने बताया शर्मनाकइस पूरे मसले पर यूपी में सियासत गर्माने के आसार हैं। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और आप नेता मनीष सिसोदिया ने इसे लेकर बीजेपी सरकार पर हमला भी बोल दिया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, ‘अपने लोकगीतों के जरिए सत्ता से बेबाक़ सवाल पूछने वाली लोकप्रिय गायिका नेहा सिंह राठौर ने जब गाया कि “यूपी में का बा?” तो बीजेपी सरकार ने उनके घर पुलिस के हाथों नोटिस भिजवा दिया। एक लोकगायिका की आवाज़ से इतना डर गई बीजेपी? शर्मनाक। बेहद शर्मनाक है ये।’