सोनिया गांधी जी के पास बस दो काम है… लोकसभा में भाजपा सांसद का तीखा तंज

नई दिल्ली: मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर लोकसभा में आज जोरदार बहस हो रही है। गौरव गोगोई के बहस की शुरुआत करने के बाद भाजपा सांसद निशिकांत दूबे खड़े हुए। उनके बोलने पर बार-बार हंगामा होता रहा। बाद में वह बोलने लगे तो राहुल पर तंज कसते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने अभी स्टे ऑर्डर दिया है, जजमेंट नहीं दिया है। कह रहे हैं कि माफी नहीं मांगूंगा। दूसरी बात कह रहे हैं कि मैं सावरकर नहीं हूं। निशिकांत ने ललकारते हुए कहा, ‘आप कभी सावरकर हो भी नहीं सकते जिंदगी में… 28 साल उस आदमी ने जेल में गुजारे हैं। कभी सावरकर नहीं हो सकते।’ इसके बाद उन्होंने कहा कि ये जो I.N.D.I.A बना है न, यहां कुछ सांसद ही फुल फॉर्म बता पाएंगे। लेकिन ये ‘इंडिया-इंडिया’ बात कर रहे हैं। इसके बाद भाजपा सांसद ने सोनिया गांधी पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि सोनिया जी के पास बस दो काम है। दूबे की बात सुनकर कांग्रेस के सदस्य शोर मचाने लगे, हालांकि सोनिया गांधी मुस्कुराने लगीं। निशिकांत ने कहा कि मुझे लगता था कि अविश्वास प्रस्ताव पर राहुल जी बोलेंगे और कोई बहुत बड़ा विषय होगा और रूल्स का फायदा उठाते हुए….। इसके बाद विपक्ष के सांसदों ने कुछ कहा तो स्पीकर ने कहा कि माननीय सदस्य (कांग्रेस के) ने पूरी बात की है। ऐसे नहीं चलेगा। इस पर निशिकांत दूबे भी गरम हो गए। उन्होंने कहा कि इसके बाद राहुल जी भी नहीं बोले पाएंगे और कोई भी विपक्ष का आदमी नहीं बोल पाएगा। मैंने धैर्यपूर्वक सुना है, आप भी मुझे धैर्यपूर्वक सुनिए। थोड़ा माहौल शांत होने पर निशिकांत दूबे ने कहा कि अभी मैंने गौरव गोगोई को सुना। विपक्ष के सांसद फिर नारेबाजी करने लगे। काफी देर तक विपक्ष के सदस्य खड़े होकर शोर करते रहे। दूबे ने माननीय अध्यक्ष जी कहा ही था कि विपक्ष शोर करने लगा। अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि इन्होंने सोचा था कि राहुल गांधी का भाषण होगा और उनके भाषण को छोटा करने के लिए, उन्हें टक्कर देने लिए… बस गुगली खा गए। पता नहीं चल रहा था कि विपक्ष हंगामा क्यों कर रहा है। संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा कि गौरव गोगोई का भाषण लाइव गया है इसमें समस्या क्या है। इतनी असुरक्षा की भावना नहीं होनी चाहिए। स्पीकर ने कहा कि आप जानते हैं कि टीवी का कंट्रोल स्पीकर के पास नहीं होता है। टीवी का कंट्रोल एक सिस्टम है, जो आपने बनाया है। छोटी बात पर इस तरह की टिप्पणी करना उचित नहीं है। इसके बाद निशिकांत दूबे फिर बोलने के लिए खड़े हुए। दूबे ने कहा कि पीएम कहते हैं कि यह अविश्वास प्रस्ताव नहीं है यह विपक्ष में विश्वास प्रस्ताव है कि कौन विपक्ष में किसके साथ है।