नई दिल्ली: दक्षिण राज्यों में चक्रवाती तूफान तेजी से आगे बढ़ रहा है। देश के कई हिस्सों में बारिश का सिलसिला जारी है। जम्मू-कश्मीर और हिमाचल में बर्फबारी से आम जनजीवन अस्त व्यस्त है। उसके बावजूद अब तक दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत से कड़ाके की ठंड गायब है। आमतौर पर दिसंबर के महीने में कड़ाके की ठंड पूरे उत्तर भारत को अपनी चपेट में ले लेती है, लेकिन इस बार मौसम काफी सामान्य है। मौसम एक्सपर्ट का कहना है कि इसकी वजह प्रशांत महासागर में भूमध्य रेखा के आस-पास एक मजबूत अल-नीनो है। इससे पूरी दुनिया के मौसम में बदलाव आ रहा है। इसकी वजह से मध्य और पूर्वी प्रशांत महासागर के अधिकांश हिस्सों में समुद्री सतह का तापमान यानी सरफेस टेंपरेचर औसत से ऊपर चल रहा है। पूरी संभावना है कि सर्दियों में इस बार अल-नीनो का असर देखने को मिलेगा यानी तापमान बढ़ा रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार, इस बार अन्य सालों की तुलना में कम ठंड पड़ने के आसार हैं। दिल्ली में कब पड़ेगी कड़ाके की ठंड? दिल्ली में मौसम आने वाले दिनों में और सर्द होगा। मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले कुछ दिनों में न्यूनतम तापमान में 2-3 डिग्री की गिरावट आ सकती है। 9 और 10 दिसंबर को अधिकतम तापमान 23 और न्यूनतम 9 डिग्री तक जा सकता है। हालांकि, दिन का तापमान 24 के आसपास रहेगा। इस हफ्ते आसमान साफ रहेगा और सुबह के वक्त हल्का कोहरा रहेगा। इस साल कम पड़ेगी ठंडभारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने भविष्यवाणी की है कि अगले कुछ महीनों में सर्दियां कम पड़ेंगी यानी न्यूनतम तापमान औसत से ज्यादा रहेगा। IMD के महानिदेशक डॉ. मृत्युजंय महापात्र ने बताया कि इस बार ठंड कम पड़ेगी। यानी इस साल दिसंबर से लेकर अगले साल फरवरी तक देश के अधिकतर हिस्सों में तापमान सामान्य से अधिक रह सकता है। हालांकि, कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से कम भी रह सकता है।केदारनाथ और बद्रीनाथ ने बर्फबारी जारीपहाड़ी जिलों में बर्फबारी तो मैदानी जिलो में बारिश हो रही है। केदारनाथ और बद्रीनाथ में न्यूनतम तापमान माइनस 8 तक पहुंच चुका है। केदारनाथ धाम में सोमवार से बर्फबारी जारी है। धाम में अभी तक लगभग एक फीट तक बर्फ गिर चुकी है। लगातार बर्फबारी और गिरते तापमान ने केदारनाथ के पुनर्निर्माण कार्य भी रोक दिए हैं। धाम में पांच सौ से अधिक मजदूर पुनर्निर्माण कार्य में लगे हैं। वुड स्टोन कंपनी के मैनेजर मनोज सेमवाल ने कहा कि बर्फबारी से पुनर्निर्माण कार्य में मजदूरों को परेशानी हो रही है। रात के समय तापमान माइनस 8 तक पहुंच जा रहा है। जब तक मौसम साफ नहीं हो जाता है तब तक काम रोकना पड़ेगा। दूसरी ओर बद्रीनाथ धाम में भी कड़ाके की ठंड पड़ रही है। धाम में पहाड़ियों ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली है। बद्रीनाथ का मंगलवार को अधिकतम तापमान माइनस 4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि, न्यूनतम तापमान माइनस 8 डिग्री रहा।चक्रवाती तूफान मिचौंग का प्रभाव, तेलंगाना में भारी बारिशमौसम विभाग ने बंगाल की खाड़ी में आए भीषण चक्रवाती तूफान मिचौंग के प्रभाव के कारण भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। उत्तर और दक्षिण तेलंगाना के कुछ जिलों में मंगलवार को अलर्ट जारी किया गया है। तूफान आंध्र प्रदेश में तट को पार कर गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मुलुगु और भद्राद्रि कोठागुडेम जिलों में ‘रेड अलर्ट’, सूर्यापेट, महबुबाबाद, वारंगल और हनमकोंडा जिलों में ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है। करीमनगर, पेद्दापल्ली, नलगोंडा, जनगांव, यदाद्री, भूपालपल्ली और नगर कुर्नूल जिलों में ‘येलो अलर्ट’ जारी किया गया है। इन जिलों में सोमवार रात से मध्यम से भारी बारिश हो रही है।अधिकारियों ने बताया कि भद्राद्रि कोठागुडेम और मुलुगु जिलों में एनडीआरएफ की एक-एक टीम भेजी गई है। हैदराबाद और उसके उपनगरों में मंगलवार तड़के से बारिश हो रही है। कुछ स्थानों पर सड़कों पर पानी जमा होने से वाहनों का आवागमन प्रभावित हुआ।