UPSC CAPF 2023 पास करने वाली Jammu Kashmir की पहली महिला बनीं सिमरन बाला

जम्मू कश्मीर में सरहद पार दहशतगर्दी पर नियंत्रण के बाद जैसे-जैसे शांति का माहौल स्थापित हो रहा है, इससे जम्मू कश्मीर के सरहदी इलाकों के निवासियों को तरक़्क़ी और खुशहाली की नई-नई सौग़ातें मिल रही हैं। इन सब के बीच एक और अच्छी खबर आई है। जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती शहर नौशेरा की रहने वाली सिमरन बाला इस साल संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की परीक्षा पास करने वाली केंद्र शासित प्रदेश की पहली लड़की बन गई हैं। उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा में अखिल भारतीय स्तर पर 82 रैंक ही हासिल नहीं किया, बल्कि केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल यानि सेन्ट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्सेस में असिस्टेंट कमांडेंट के तौर पर सीधी नियुक्ति पाकर नया रिकॉर्ड बनाया है।  इसे भी पढ़ें: India-Pakistan जब तक वार्ता नहीं करेंगे तब तक कश्मीर में स्थिति में सुधार नहीं होगा: Abdullahसिमरन बाला ने कहा कि मैं इस साल इस परीक्षा को क्रैक करने वाली जम्मू-कश्मीर की एकमात्र लड़की हूं। मैं बहुत गर्व और आभारी महसूस कर रही हूं। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती क्षेत्र से होने के नाते, मैंने अपने क्षेत्र में सीमा पार से गोलीबारी देखी है, इसने मुझे प्रेरित किया है कि मैं सीएपीएफ में शामिल हूं ताकि मैं सीमा क्षेत्र में भी सेवा दे सकूं। सिमरन के पिता विनोद तकुमार ने भी इस पर खुशी जताई है। उन्होंने कहा कि मेरा सपना पूरा हो गया है। मुझे केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में सहायक कमांडेंट के रूप में नियुक्त किया गया है। मैं पूरे जोश के साथ अपना कर्तव्य निभाऊंगी। मेरे परिवार और मेरे पड़ोसियों को मेरी सफलता पर गर्व है।  इसे भी पढ़ें: Jammu-Kashmir Encounter | जम्मू के राजौरी में आतंकी और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़, एनकाउंटर में एक आतंकवादी हुआ ढेरअपनी यात्रा के बारे में बोलते हुए, बाला ने कहा कि मैंने यहां 10वीं कक्षा तक पढ़ाई की जिसके बाद मैं अपनी उच्च माध्यमिक शिक्षा के लिए जम्मू गई। फिर मैंने गांधीनगर से स्नातक की पढ़ाई पूरी की। मैं अपने अंतिम सेमेस्टर में थी जब मैंने इस परीक्षा की तैयारी शुरू की और पास किया। यह, भगवान की कृपा से पहले प्रयास में ही पूरा हुआ। उन्होंने कहा, “मेरे माता-पिता, शिक्षकों और कई लोगों ने मेरा समर्थन किया। कड़ी मेहनत, दृढ़ता और निरंतरता ने इस परीक्षा के प्रति मेरे दृष्टिकोण में मेरी मदद की।