वेस्टइंडीज पर कहर बनकर टूटे थे शुभमन, एक साल पहले गेंदबाजों का निकाल दिया था कचूमर

बारबाडोस: भारत और वेस्टइंडीज के बीच तीन वनडे मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला 27 जुलाई को खेला जाएगा। टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज शुभमन गिल का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा था। वह ओपनिंग के पोजीशन को छोड़कर तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरे थे। उनके इस फैसले पर कई तरह के सवाल भी उठे लेकिन अब वनडे सीरीज में उनसे उम्मीद की जा रही है कि वह पुराने फॉर्म में लौट आएंगे। वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे सीरीज में शुभमन गिल रोहित शर्मा के साथ पारी का आगाज करेंगे। का वनडे में बल्ला भी खूब चला है। बारबाडोस वनडे से पहले शुभमन ने 27 जुलाई 2022 को ठीक एक साल पहले वेस्टइंडीज के खिलाफ तूफानी पारी खेली थी।भारत और वेस्टइंडीज के बीच यह मुकाबला पोर्ट ऑफ स्पेन में खेला गया था। इस मैच में शुभमन गिल ने 98 गेंद में 98 रनों की नाबाद पारी खेली थी। अपनी इस पारी में उन्होंने 7 चौके और 2 छक्के भी लगाए थे। इस तरह शुभमन के लिए ठीक एक साल बाद बहुत ही खास संयोग बन रहा है कि वह उसी तारीख में वेस्टइंडीज के खिलाफ उसके घर में फिर से वनडे मैच खेलेंगे। ऐसे में उम्मीद होगी कि वह दोबारा एक शानदार पारी खेले।पिछले साल हुए वनडे मेंशुभमन के इस शानदार पारी से भारत ने 36 ओवरों के खेल में 3 विकेट पर 225 रन का स्कोर खड़ा किया था। शुभमन के अलावा इस मैच में ओपनर बल्लेबाज शिखर धवन और श्रेयस अय्यर ने शानदार खेल का प्रदर्शन किया था। शिखर धवन ने 74 गेंद में 58 रनों की पारी खेली थी जबकि श्रेयस अय्यर ने 34 गेंद में 44 रन कूट दिए थे। भारत को मिली थी बड़ी जीतबारिश से प्रभावित इस मैच में शुभमन, शिखर और श्रेयस की दमदार बैटिंग के बाद गेंदबाजों ने भी अपना कमाल दिखाया। 226 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी मेजबान वेस्टइंडीज की बल्लेबाजी भारतीय गेंदबाजों के आगे पूरी तरह से फ्लॉप रही थी। मैच में वेस्टइंडीज की पूरी टीम 26 ओवर में 137 रन बनाकर सिमट गई थी।भारत के लिए गेंदबाजी में युजवेंद्र चहल ने सबसे अधिक चार विकेट अपने किए थे। इसके अलावा शार्दुल ठाकुर और मोहम्मद सिराज के नाम भी दो-दो विकेट रहे थे। वहीं प्रसिद्ध कृष्णा और अक्सर पटेल के खाते में एक-एक विकेट आया था।वेस्टइंडीज की तरफ के बल्लेबाजी में ब्रैंडन किंग और कप्तानी कर रहे निकोलस पूरन ने 42-42 रनों की पारी खेली थी। इन दोनों के अलावा और कोई भी खिलाड़ी कुछ खास कमाल नहीं दिखा सके थे।