नागपुर: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार टेस्ट (IND vs AUS) मैचों की सीरीज में स्पिन गेंदबाजों की मददगार पिचों होने की पूरी संभावना है। दांव उलटा पड़ने से बचने के लिए भारतीय बल्लेबाजों ने पालियों में ऐसे गेंदबाजों के खिलाफ नेट अभ्यास में जमकर पसीना बहाया। ऑस्ट्रेलिया के बायें हाथ के स्पिनर स्टीव ओ’कीफ ने छह साल पहले पुणे में स्पिनरों की मददगार पिच पर 12 विकेट झटक कर भारत को परेशान किया था। यह आंकड़ा उनके टेस्ट करियर के 35 विकेट में से एक तिहाई से ज्यादा है। इसी सीरीज के अगले मैच में नाथन लियोन की ऑफ स्पिन ने भारतीय बल्लेबाजों को परेशान किया था। स्पिन पर पूरा फोकसभारतीय टीम ने मंगलवार को नेट सत्र में 9 स्पिनरों के खिलाफ अभ्यास किया। इसमें चार स्पिनर 15 सदस्यीय टीम का हिस्सा है जबकि पांच भारत की ‘ए’ और घरेलू टीमों से जुड़े खिलाड़ी हैं। रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा, अक्षर पटेल और कुलदीप यादव पांच दिनों के मैच के लिए अपनी ऊर्जा बचाते दिखे तो वही ऑफ स्पिनर पुलकित नारंग और जयंत यादव के साथ-साथ लेग स्पिनर राहुल चाहर और बाएं हाथ के स्पिनर रविश्रीनिवासन साई किशोर और सौरभ कुमार ने भारतीय बल्लेबाजों को अभ्यास कराया। घरेलू क्रिकेट में ऑफ स्पिन के अच्छे गेंदबाजों की कमी यहां साफ देखी जा सकती थी। नारंग और भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके जयंत मौजूदा घरेलू सत्र में शीर्ष 10 विकेट लेने गेंदबाजों की सूची में भी नहीं है। जलज सक्सेना को यहां भी उपेक्षा झेलनी पड़ी जबकि जयंत की उपस्थिति यह दर्शाती है कि भारतीय बल्लेबाज लियोन के खतरे से वाकिफ है। गिल को द्रविड़ से मिला टिप्सभारत के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने अभ्यास सत्र में गिल के साथ काफी समय बिताया। कोच ने इस दौरान इस युवा खिलाड़ी को स्वीप शॉट के दौरान गेंद को नीचे रखने के तरीके बताये। गिल को इसके बाद क्षेत्ररक्षण कोच टी दिलीप की देखरेख में फॉरवर्ड शॉर्ट लेग पर कैच का अभ्यास करते हुए देखा गया। भारत की अंतिम एकादश को लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है लेकिन गिल के शानदार लय को देखते हुए उन्हें मौका मिलने की संभावना ज्यादा है। स्पिनरों की मददगार पिचों पर गेंद पहले दिन से ही काफी टर्न करेगी और ऐसे में टीम में बेहतर विकेटकीपर की जरूरत होगी। इस मामले में कोना भरत का दावा इशान किशन के मुकाबले मजबूत है। भरत कानपुर के ग्रीन पार्क मैदान पर कम उछाल वाली पिच में अश्विन के खिलाफ शानदार विकेटकीपिंग का कौशल दिखा चुके है। किशन हालांकि बायें हाथ के बल्लेबाज हैं और ऋषभ पंत की तरह ही आक्रामक बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं। टीम को एक और चयन में काफी विचार करना है तथा अक्षर और कुलदीप में किसी एक को चुनना होगा। स्पिनरों की मददगार पिचों में अक्षर ने पिछले सत्र में काफी प्रभावित किया था और वह बल्ले से भी योगदान दे सकते हैं।