मुंबईनांदेड़: नांदेड़ जिले के डॉ शंकरराव चव्हाण सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में सोमवार से अब तक 31 लोगों की मौत हो गई है। सोमवार को एक ही दिन में 24 मरीजों की मौत हो गई। इनमें 12 बच्चे भी शामिल थे। इस घटना के सामने आते ही पूरे महाराष्ट्र और देश में हड़कंप मच गया। इस स्थिति को लेकर कई राजनीतिक दलों के नेताओं ने राज्य सरकार पर सवाल उठाना शुरू कर दिया है। कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने कल तत्काल अस्पताल का दौरा किया और उसका निरीक्षण किया। एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल, शिवसेना ठाकरे गुट के नेता सुषमा अंधारे, आदित्य ठाकरे ने सवाल उठाए। इसके अलावा कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी सवाल उठाए हैं। मंगलवार को शिवेसना गुट के सांसद हेमंत पाटिल ने अस्पताल का दौरा किया। इस दौरान हेमंत पाटिल आक्रामक थे। उन्होंने अस्पताल के डीन एस आर वाकोडिकर से शौचालय साफ कराया गया। उनके एक्शन को लेकर इधर-उधर चर्चा हो रही है। दरअसल जानकारी मिल रही है कि नांदेड़ के अस्पताल में दवाओं की कमी के कारण बच्चों की मौत हुई है। इस पर सांसद हेमंत पाटिल ने विष्णुपुरी स्थित अस्पताल का दौरा किया और अलग-अलग विभागों में जाकर निरीक्षण किया। इस बीच कई वार्डों में शौचालय बंद थे। कई जगहों पर देखा गया कि शौचालयों में रखे सामान को तोड़-फोड़ कर नष्ट कर दिया गया।इस पर गुस्साए सांसद हेमंत पाटिल ने पानी का पाइप हाथ में ले लिया और चिकित्सा अधीक्षक एस आर वाकोडिकर से बाथरूम साफ कराया। उन्होंने चिकित्सा अधीक्षक के कार्यालय में रजिस्टर की जांच की। विष्णुपुरी अस्पताल और उसके आसपास गंदगी की स्थिति पर गहरा गुस्सा जताया। सफाई निरीक्षक को भी गिरफ्तार कर लिया गया।इस बीच, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के आदेश के बाद राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री और संरक्षक मंत्री गिरीश महाजन तत्काल नांदेड़ के लिए रवाना हो गए हैं। बताया गया है कि इस मौके पर सांसद प्रताप पाटिल चिखलीकर भी उनके साथ रहेंगे। सबसे पहले यह बात सामने आई है कि ठाणे के कलवा, नांदेड़ और फिर छत्रपति संभाजीनगर में कुछ मरीजों की मौत हुई है। इससे राज्य में सार्वजनिक स्वास्थ्य व्यवस्था का मुद्दा भी सामने आ गया है।