खून बह रहा था, मां सुना रही थी आपबीती
आंख में आंसू लिए कुंदन ने मां की दर्दभरी आपबीती सुनाई। बेटे ने बताया, ‘मैं अपनी मां को लेकर पीरपैंती बाजार साइकिल से गया था। बाजार में कुछ खरीददारी की। फिर शाम से पहले घर लौटने लगे। बासा में मुझे कुछ काम था तो मैंने मां को सिंघिया पुल से कुछ दूरी पर उतार दिया। मैंने मां से पूछा भी था कि तुम घर चली जाओगी तो मां ने कहा कि हां, मैं चली जाऊंगी। इसके बाद मैं बासा में रुक गया। मां पैदल ही घर जाने लगी।’
कुंदन ने बताया, ‘कुछ देर बाद ही पापा (अशोक यादव) का कॉल आया। उन्होंने पूछा कि तुम्हारी मां कहां है, देखो उसे कुछ हुआ है। वापस दौड़ा-दौड़ा वहीं पहुंचा, जहां मां को छोड़ा था। वहां से आगे कुछ दूरी की ओर बढ़ा तो देखा मां खून से लथपथ पड़ी थी। मां के चारो ओर भीड़ जमा थी। मैंने मां को उठाया तो बोली ‘बेटा पड़ोसी शकील मियां और शमीम ने अपने साथियों के साथ मेरी ये हालत की है।’ बेटे कुंदन ने बताया कि पापा के पास किसी राहगीर ने फोन किया था। उसके बाद उन्होंने मुझे कॉल की थी।
मुख्या आरोपी आज गिरफ्तार, घर से गड़ासा बरामद
बेटे और कुछ राहगीरों के बयानों के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज किया था। इस मामले में पुलिस ने घटना के दिन ही पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। जबकि आज मुख्य आरोपी शकील को गिरफ्तार किया है। साथ ही हत्या में इस्तेमाल किए गए गड़ासे को भी मुख्य आरोपी के घर से बरामद किया गया है। भागलपुर के पुलिस अधीक्षक बाबूराम ने बताया कि ‘शिकायतकर्ताओं ने शकील और उसके भाई शमीम का नाम लिया था। हमने पहले ही शमीम सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया था। मुख्य आरोपी शकील मियां को आज सुबह गिरफ्तार किया गया है।
महिला के पति ने सुनाई वारदात की दांस्ता
इधर, मृतका के पति अशोक यादव का कहना है कि आरोपी शकील मियां उसके घर आता था, लेकिन वह गलत आदमी था, जिस कारण उसे बाद में घर आने से मना कर दिया था।