इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और तहरीक-ए-इंसाफ प्रमुख इमरान खान अपनी गिरफ्तारी की तैयारी से बौखलाए हुए हैं। उन्होंने इसे अपनी हत्या करने की कोशिश से जोड़ा है। उन्होंने कहा कि शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली फासीवादी सरकार हताश है। देश 75 साल में अपनी सबसे बुरे हालात की तरफ बढ़ रह हैं। उनकी पार्टी के नेता बिना सिर वाले मुर्गे की तरह इधर-उधर भाग रहे हैं। दरअसल, रविवार शाम को इस्लामाबाद पुलिस की एक टीम इमरान खान को गिरफ्तार करने के लिए गैर जमानती वारंट के साथ उनके लाहौर स्थित घर पहुंची थी। यहां इमरान खान तो नहीं मिले, लेकिन पुलिस को पीटीआई कार्यकर्ताओं के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। ‘जनता के पैसे लूटने वालों को माफ नहीं करूंगा’पुलिस के वापस लौटने के बाद अचानक प्रकट हुए इमरान खान ने कहा कि चुनाव छह हफ्ते में है। शहबाज चाहते हैं कि चुनाव टल जाए, लेकिन हम ऐसा होने नहीं देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि मैं जानता हूं कि मेरी हत्या की कोशिश किसने की थी, लेकिन मैं उन्हें माफ कर दूंगा, पर मैं जनता के पैसे की लूट और लूट को माफ नहीं करूंगा। पीटीआई समर्थकों को संबोधित करते हुए इमरान खान ने कहा कि वह कभी भी किसी व्यक्ति या संस्था के सामने नहीं झुके हैं और अवाम को भी कभी ऐसा नहीं करने देंगे। इमरान ने समर्थकों को दिया धन्यवादइमरान ने कहा कि जिस तरह से अवाम ने ‘जेल भरो तहरीक’ (अदालत गिरफ्तारी आंदोलन) में भाग लिया, उसके लिए उन्हें धन्यवाद देने के लिए जमान पार्क में बुलाया है। उन्होंने कहा कि मैंने आपको अपने समर्थन के लिए नहीं बल्कि आपको धन्यवाद देने के लिए बुलाया है। उन्होंने कहा कि कोई समूह नहीं, बल्कि राष्ट्र ही आने वाले चुनौतियों का सामना कर सकता है। इमरान ने जनरल बाजवा को फिर नहीं बख्शाइमरान खान ने पूर्व सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा पर निशाना साधते हुए कहा कि पाकिस्तान सत्ता परिवर्तन की साजिश की भारी कीमत चुका रहे हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व आर्मी चीफ ने अपराधियों के एक समूह को देश पर थोपा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने पाकिस्तानी रुपये की हत्या की है। देश के सार्वजनिक ऋण में बढ़ोत्तरी हुई है और महंगाई चरम पर है। उन्होंने कहा कि देश 75 साल में ऐतिहासिक 31.5 फीसदी की उच्च मुद्रास्फीति का सामना कर रहा है। कुछ सप्ताह पहले विदेशी मुद्रा भंडार 2.9 अरब डॉलर के बेहद निचले स्तर पर आ गया था।आईएमएफ राहत का इंतजार हैनकदी संकट से जूझ रहा यह देश अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के 1.1 अरब डॉलर के पैकेज का बेसब्री से इंतजार कर रहा है। पाकिस्तान का पुराना सहयोगी चीन एकमात्र देश है जिसने इस्लामाबाद को 700 मिलियन अमरीकी डालर का कर्ज दिया है। पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक ने गुरुवार को अपनी प्रमुख नीतिगत दर को 300 आधार अंकों से बढ़ाकर 26 साल के उच्च स्तर 20 प्रतिशत पर पहुंचा दिया।