सलमान रुश्दी अब जिंदा लाश, मुस्लिम आपसे खुश हैं… विवादित लेखक के हमलावर को ‘ईरान’ ने दिया सम्मान, मिलेगा ये पुरस्कार

वॉशिंगटन: अमेरिका में पिछले साल उपन्यासकार हुआ था। इस हमले में ने अपनी एक आंख खो दी थी। लेकिन अब ईरान का एक फाउंडेशन हमलावर को सम्मानित कर रहा है। ईरानी फाउंडेशन ने सलमान पर हमला करने वाले व्यक्ति की प्रशंसा की है। सरकारी टेलीविजन ने अपने टेलीग्राम चैनल पर इसके बारे में मंगलवार को बताया है। फाउंडेशन ने कहा है कि वह हमालावर को 1000 मीटर कृषि भूमि को पुरस्कार में देगा।75 साल के सलमान रुश्दी अगस्त में न्यू यॉर्क में एक साहित्य कार्यक्रम के मंच पर मौजूद थे। तभी यहां न्यू जर्सी के एक 24 साल के अमेरिकी शिया मुस्लिम ने उन पर हमला कर दिया था। इस हमले के बाद सलमान रुश्दी लंबे समय तक अस्पताल में भर्ती रहे। जब वह ठीक हुए तब तक वह एक आंख खो चुके थे। वहीं उनका एक हाथ भी काम नहीं करता। इमाम खुमैनी के फतवों को लागू करने वाले फाउंडेशन के सचिव मोहम्मद इस्माइल जरेई ने कहा, ‘हम ईमानदारी से उस युवा अमेरिकी की बहादुरी का शुक्रिया अदा करते हैं, जिसने रुश्दी की आंखों में से एक को अंधा कर दिया और एक हाथ को निष्क्रिय कर दिया।।’सलमान रुश्दी ने लिखी थी किताबजरेई ने आगे कहा कि रुश्दी एक जिंदा लाश से ज्यादा कुछ नहीं है। इस बहादुर कार्रवाई का सम्मान करने के लिए लगभग 1000 वर्ग मीटर कृषि भूमि हमला करने वाले व्यक्ति या उसके किसी कानूनी प्रतिनिधि को दान में दी जाएगी। सलमान रुश्दी ने ‘द सैटेनिक वर्सेज’ नाम की एक किताब लिखी थी, जिसे मुस्लिम ईशनिंदा के रूप में देखते हैं। इस किताब को लेकर ईरान के तत्कालीन सर्वोच्च नेता अयातुल्ला रुहोल्लाह खुमैनी ने रुश्दी के खिलाफ एक फतवा जारी किया था।कभी खत्म नहीं हुआ फतवासलमान रुश्दी का जन्म एक कश्मीरी परिवार में हुआ था। उनके सिर पर इनाम था। नौ साल तक वह ब्रिटिश पुलिस सुरक्षा में छिपे हुए थे। 1990 के दशक के अंत में राष्ट्रपति मोहम्मद खातमी की सरकार ने खुद को फतवे से दूर कर लिया। लेकिन रुश्दी के सिर पर रखा इनाम कभी कम नहीं हुआ और न ही फतवा खत्म हुआ। खुमैनी के उत्तराधिकारी अयातुल्ला अली खामेनेई ने रुश्दी के खिलाफ फतवे को अपरिवर्तनीय कहा था। इस कारण 2019 में ट्विटर ने उनका अकाउंट सस्पेंड कर दिया था।