तेंदुलकर से जब पूछा गया कि अगर वह अपने खेलने वाले दिनों में शाहीन जैसी प्रतिभा के गेंदबाज के खिलाफ खेले होते तो उन्होंने हंसते हुए कहा, ‘मैंने अपना ध्यान इस तरह दिया ही नहीं क्योंकि मैं जानता हूं कि मैं उसका सामना नहीं करूंगा।’
लेकिन उन्होंने अपने विचार साझा करते हुए कहा, ‘शाहीन एक आक्रामक गेंदबाज है और वह हमेशा विकेट झटकने की कोशिश में रहता है। वह गेंद को ‘पिच’ करता है और गेंद को स्विंग करता है। उसमें गेंदबाज का आउट करने की क्षमता है। इसलिये उसके खिलाफ रणनीति यही होनी चाहिए कि उसे ‘स्ट्रेट’ और ‘वी’ के अंदर खेलो।’
तेंदुलकर ने चेताया कि अगर बल्लेबाज ‘ट्रिगर मूवमेंट’ (शुरूआती प्रतिक्रियात्मक मूवमेंट’ करता है तो जरूरी नहीं है कि इस पर बल्लेबाज शॉट खेलने की प्रतिबद्धता दिखाए।
उन्होंने कहा, ‘ट्रिगर मूवमेंट गेंद को खेलने की तैयारी है, यह शॉट खेलने की प्रतिबद्धता नहीं है। अगर आप गेंद को खेलने की प्रतिबद्धता नहीं दिखा रहे तो यह फ्रंट-फुट या बैक-फुट पर हो सकती है, लेकिन यह ‘ट्रिगर मूवमेंट’ है प्रतिबद्धता नहीं।’
तेंदुलकर ने कहा, ‘क्योंकि एक बार आप बैकफुट पर आ जाते हो तो आप फ्रंट फुट पर नहीं आ सकते। अगर फ्रंट फुट पर आ गये तो बैकफुट पर नहीं आ सकते। ट्रिगर मूवमेंट तैयारी के बारे में है।’ उन्होंने कहा, ‘हर गेंद में किसी तरह का मूवमेंट होगा और जब तक प्रतिबद्धता नहीं है, यह ठीक है।’ भारत और पाकिस्तान की टीमें रविवार को यहां एक दूसरे के खिलाफ अपना टी20 विश्व कप अभियान शुरू करेंगी।