वॉशिंगटन: आज के समय अंतरिक्ष में किसी भी सैटेलाइट को तबाह करने के लिए मिसाइल हैं। धरती से एक मिसाइल अंतरिक्ष में जाकर सैटेलाइट तबाह कर सकता है। इस बीच खबर आई है कि रूस एक परमाणु अंतरिक्ष हथियार बनाने में जुटा है, जो विस्फोट होने पर ऊर्जा की विशाल लहर पैदा करेगा, जिससे सैटेलाइट तबाह हो जाएंगे। यह वाणिज्यिक और सरकारी उपग्रहों के एक बड़े समूह को तबाह कर देगा, जिसपर पूरी दुनिया में सेलफोन पर बात करना, बिलों का भुगतान और इंटरनेट सर्फिंग निर्भर होता है। सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी खुफिया जानकारी से जुड़े सूत्रों ने इसके बारे में बताया।अमेरिकी हाउस इंटेलिजेंस कमेटी के अध्यक्ष माइक टर्नर ने बुधवार को एक बयान में कहा कि उनके पैनल के पास गंभीर राष्ट्रीय सुरक्षा खतरे के बारे में जानकारी थी। शुक्रवार तक राष्ट्रपति बाइडेन ने सार्वजनिक रूप से पुष्टि की थी कि टर्नर एक नई रूसी परमाणु एंटी सैटेलाइट क्षमता का जिक्र कर रहे थे। हालांकि अधिकारियों ने खुफिया जानकारी का हवाला देते हुए इस पर आगे चर्चा से इनकार कर दिया। हथियार अभी भी बनाया जा रहा है। फिलहाल वह कक्षा में नहीं है।कैसे करेगा काम?रिपोर्ट्स के मुताबिक अधिकारियों ने कहा कि अगर इसका इस्तेमाल किया जाता है तो यह परमाणु हथियारों के इतिहास में सबसे खतरनाक समय होगा। यह रोजमर्रा के जीवन में ऐसी मुश्किलें पैदा कर सकता है, जिसकी भविष्यवाणी मुश्किल है। इस तरह के हथियार आम तौर से अंतरिक्ष विशेषज्ञों की ओर से परमाणु ईएमपी के रूप में जाने जाते हैं। यह विद्युत चुंबकीय ऊर्जा और अत्यधिक चार्ज्ड कणों की बाढ़ ले आते हैं, जो पृथ्वी के चारों ओर घूम रहे उपग्रहों को बाधित करेगा।एंटी सैटेलाइट हथियार बना रहा रूसबाइडेन ने शुक्रवार को इस बात पर जोर दिया कि रूस जो कर रहा है, उससे अमेरिका या दुनिया में कहीं भी लोगों के लिए कोई परमाणु खतरा नहीं है। उन्होंने कहा, ‘वे जो कुछ भी कर रहे हैं या करेंगे वह सैटेलाइट और अंतरिक्ष से जुड़ा है। संभावित रूप से वह उपग्रहों को नुकसान पहुंचाएंगे।’ लंबे समय से रक्षा विभाग ईएमपी सहित एंटी-सैटेलाइट हथियारों को विकसित करने पर नजर रखे हुए है। एक रक्षा अधिकारी के मुताबिक हाल के महीनों में सैटेलाइट को बर्बाद करने वाली परमाणु क्षमताओं के विकास से जुड़ी खुफिया रिपोर्ट्स की बाढ़ आई है।