
डॉमिनिक राब और साजिद जाविद जैसे 90 के करीब सार्वजनिक समर्थकों के साथ ऋषि सुनक फिलहाल सबसे आगे और पसंदीदा बने हुए हैं। हालांकि जॉनसन ने छह मौजूदा कैबिनेट मंत्रियों का समर्थन हासिल कर लिया है, जिसमें बेन वालेस, साइमन क्लार्क, क्रिस हेटन-हैरिस, जैकब रीस-मॉग, आलोक शर्मा और ऐनी-मैरी ट्रेवेलियन जैसे नाम शामिल हैं। उम्मीद है कि पूर्व गृह मंत्री प्रीति पटेल भी उनका समर्थन कर सकती हैं।
बोरिस के समर्थकों को पूरा भरोसाजॉनसन के सहयोगियों को भरोसा है कि वह बड़ी ‘आसानी’ से 100 सांसदों का समर्थन हासिल कर लेंगे और वोटिंग में जीतने के लिए एक मजबूत दावेदार होंगे। कुछ लोगों का कहना है कि वह सुनक के साथ ‘हाथ’ मिलाने की तैयारी कर रहे हैं। वहीं कुछ उनकी दावेदारी पर सवाल खड़े कर रहे हैं क्योंकि उनके नेतृत्व ने डाउनिंग स्ट्रीट में पार्टी को विभाजित कर दिया था। फिलहाल औपचारिक घोषणा न ही जॉनसन की तरफ से आई है और न सुनक की ओर से जबकि हाउस ऑफ कॉमन्स के नेता पेनी मोर्डंट ने अपनी उम्मीदवारी की घोषणा कर दी है।
जॉनसन की जीत से बिखर जाएगी पार्टी?बोरिस जॉनसन के आलोचकों ने कहा कि उनके फिर से जीतने पर टोरी के कुछ सांसद निर्दलीय या किसी अन्य पार्टी में जा सकते हैं। टोरी के वरिष्ठ सांसद और विदेश कार्यालय मंत्री जेसी नॉर्मन ने कहा कि जॉनसन की वापसी ‘बर्बादी’ होगी। उन्होंने कहा कि कंजरवेटिव पार्टी के लिए कई बहुत अच्छे संभावित उम्मीदवार हैं। लेकिन बोरिस जॉनसन को चुनना, एक ‘विनाशकारी’ फैसला होगा। अगर तीनों उम्मीदवार 100 से अधिक सांसदों का समर्थन हासिल करने में कामयाब रहते हैं तो सुनक और मोर्डंट मिलकर जॉनसन को रेस से बाहर कर सकते हैं।