नोरा 65 साल की थीं जब उन्होंने एहसास किया कि उन्हें अपनी सेहत पर ध्यान देना चाहिए। एक टीवी चैनल को इंटरव्यू में नोरा ने बताया था कि उनका वजन बहुत ज्यादा बढ़ गया था। कुछ सीढ़ियां उतरने और चढ़ने में उनकी सांस फूल जाती थी। तभी उन्होंने शरीर और सेहत सुधारने का फैसला किया। नोरा मिशिगन में रहती हैं। उन्होंने वहीं एक जिम में आर्ट लिटिल नाम के ट्रेनर से पर्सनल फिटनेस ट्रेनिंग लेनी शुरू की।
जिम में दूसरों को देखकर नर्वस हो गई थीं नोरा
शुरू में नोरा थोड़ा नर्वस थीं। जिम में वह सबसे उम्रदराज थीं। साथ ही तकरीबन हर कोई उनसे ज्यादा फिट था। उनके लिए यह बड़ा मुश्किल था। फिर उन्होंने तय किया कि वह किसी की तरफ नहीं देखेंगी। वह सिर्फ अपने ट्रेनर के डायरेक्शंस को फॉलो करेंगी। धीरे-धीरे उनका शरीर शेप में आने लगा। एक समय यह आया कि वह पावरलिफ्टिंग के बारे में सोचने लगीं। नोरा ने अपने ट्रेनर से पूछा कि क्या कोई ऐसा है जो उनकी उम्र में पावरलिफ्टिंग करता है।
लिटिल को उस समय तक बहुत यकीन नहीं था कि उनकी उम्र में पावरलिफ्टिंग की कोशिश करनी चाहिए। हालांकि, नोरा लैंगडोन नहीं मानीं। उन्होंने ट्रेनर से जिद पकड़ ली कि वह उन्हें पावरलिफ्टिंग की ट्रेनिंग दें। दो साल की कड़ी मशक्कत के बाद ‘दादी’ की अमेरिकन पावरलिफ्टिंग फेडरेशन (एपीएफ) में एंट्री हो गई।
पहले ही कॉम्पिटिशन में तोड़ डाले कई रिकॉर्ड
अपने पहले ही कॉम्पिटिशन में नोरा ने सभी नेशनल रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए। वह खुद हैरान थीं। इसने उनका उत्साह कई गुना बढ़ा दिया था। इन दिनों नोरा 400 पाउंड से ज्यादा स्वैट, 381 पाउंड डेडलिफ्ट और 203 पाउंड बेंच प्रेस कर सकती हैं। 70-80 साल के ब्रैकेट में वह नंबर-1 पावरलिफ्टर हैं। उनका अगला लक्ष्य 1,000 पाउंड यानी 453 किलो उठाने का है। नवंबर में शुरू होने वाले एफपीएफ वर्ल्ड कॉम्पिटिशन के लिए नोरा इसकी तैयारी में जुटी हैं।
नोरा ने सिर्फ अपनी उम्र के लोगों के लिए ही नहीं बल्कि हर किसी के लिए इस खेल के पैमाने को बढ़ा दिया है। उनके कारण युवाओं की भी पावरलिफ्टिंग में दिलचस्पी बढ़ी है। नोरा कहती हैं कि वह सिर्फ अन्य महिलाओं को प्रेरित करना चाहती हैं। उनमें जान फूंकना चाहती हैं कि वे अपना ख्याल रखें। वह युवा महिलाओं से उम्मीद करती हैं कि वो इस खेल में आगे आएं और उनसे भी कहीं ज्यादा वजन उठाएं।