
कितने होंगे आपके खर्चे?
खुद से दो बुनियादी सवाल पूछें। अर्ली रिटायरमेंट में अपनी जीवन शैली को बनाए रखने के लिए आपको कितनी इनकम की जरूरत है? दूसरा आप कितनी जल्दी रिटायर होना चाहते हैं? पहले सवाल को दूसरे शब्दों में ऐसे कहें कि आपका मंथली या ईयरली कितना खर्चा होगा। इसमें एक थंब रूल आपकी मदद करेगा। यह है 4% वाला नियम। अगर आप 5 करोड़ रुपये की रकम के साथ रिटायर हुए .. तो 4% नियम के अनुसार, आप हर साल 5 करोड़ में से 4% का उपयोग कर सकते हैं .. जो कि 20 लाख रुपये आता है। दरअसल, ऐसा करने का दूसरा तरीका नियम को उलट देना है। इसलिए 4% उल्टा होने पर 25 गुना आता है। इसका मतलब है कि आपका रिटायरमेंट कॉर्पस उस राशि का 25 गुना होना चाहिए, जो आप पहले साल निकालेंगे। मान लीजिए कि आपको सेवानिवृत्ति के पहले वर्ष में खर्च के रूप में 10 लाख की आवश्यकता है, तो उसका 25 गुणा 2.5 करोड़ आता है। तो इतनी रकम आपके पास रिटायरमेंट के समय होनी चाहिए।
बढ़ाएं अपनी आय
हर महीने आय का 50 से 70% तक बचाना है। हालांकि, किराए, भोजन, बच्चों की शिक्षा, होम लोन आदि पर जाने वाले कुछ आवश्यक खर्चों के साथ किसी की आय का आधा हिस्सा बचाना संभव नहीं हो सकता है। लेकिन इस लेवल के जितना करीब हो सके उतनी बचत करनी चाहिए। हम अपनी इनकम बढ़ाने के बारे में सोच सकते हैं। आप पार्ट टाइम जॉब, वेतन वृद्धि की मांग, बेहतर वेतन के लिए नौकरी बदलना, अपनी स्किल्स को बढ़ाना या इनकम का कोई अन्य स्रोत तलाशना जैसे साइड बिजनस शुरु करके आय बढ़ा सकते हैं।
आय का बड़ा हिस्सा बचाएं
सबसे पहले, आप अपनी आय का 50 से 70% बचाना शुरू करें। आपको अपने खर्चों को कम करके आर्थिक अनुशासन दिखाना होता है। आपको अपनी बचत को लो-कोस्ट इंडेक्स फंड के पसंदीदा इंस्ट्रूमेंट के साथ बुद्धिमानी से निवेश करना होगा। अधिक बचाएं .. कम खर्च करें .. और बुद्धिमानी से निवेश करें।
कम करें खर्चे
खर्चों को मैनेज करने के लिए कई टिप्स का उपयोग कर सकते हैं। जैसे- नई के बजाय पुरानी कार से चलाना, शहर में रहते हैं, तो सार्वजनिक परिवहन का प्रयोग करें, घर खरीदने के बजाय किराए पर लेने पर विचार करें, अपना भोजन स्वयं बनाएं, रेस्टोरेंट खर्च में कटौती, क्रेडिट कार्ड लोन से बचें और रिवॉर्ड आदि के लिए उनका उपयोग करें। यह बहुत लंबी लिस्ट हो सकती है।
सही जगह निवेश करें
हमें जितना हो सके उतना पैसा निवेश करने की आवश्यकता होती है। जितनी जल्दी हो सके उतनी जल्दी निवेश शुरू करना होता है। लोगों को वहां पैसा निवेश करना होता है, जहां उनके पैसे को ग्रो करने के सबसे अच्छे मौके मिलें। अमेरिका जैसे विकसित देशों में इसके लिए लो-कॉस्ट इंडेक्स फंड या एक्सचेंज ट्रेडेड फंड का उपयोग किया जाता है। भारत में भी, इंडेक्स फंड और ईटीएफ बड़े होते जा रहे हैं। आप इनका अधिक स्मार्ट तरीके से उपयोग करके बेंचमार्क से अधिक रिटर्न प्राप्त कर सकते है।
पैसिव इनकम महत्वपूर्ण
पैसिव इनकम काफी अहम है। अब पैसिव इनकम कई प्रकार की हो सकती है। जैसे आपके शेयरों से डिविडेंट, आपके एफडी से ब्याज, आपकी ब्लॉग आय, आपके यूट्यूब चैनल का मोनेटाइजेशन, संपत्तियों से किराया आदि। पैसिव इनकम एक ऐसी चीज है, जिसके लिए आप लगातार प्रयास कर सकते हैं।