चंबा: हिमाचल प्रदेश के चंबा जिला में हुए मनोहर हत्याकांड ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। देवभूमि कहे जाने वाले हिमाचल में इस तरह की निर्मम हत्या होगी किसी ने कभी सोचा भी नहीं था। हत्या के बाद चंबा जिले में माहौल पूरी तरह से बिगड़ गया है। वहीं राजनीतिक दल इस मामले में अवसर को देखते हुए राजनीतिक रोटियां सेकने में लगे हुए हैं। वहीं स्थानीय लोगों का गुस्सा शांत होता हुआ नजर नहीं आ रहा है। स्थानीय लोगों में आक्रोश में आकर आरोपी का घर ही जला दिया। जिसके बाद माहौल खराब होते देख जिला प्रशासन ने वहां पर धारा 144 लगा दी है।वहीं मनोहर की मौत के मामले में हर दिन नए खुलासे होते जा रहे हैं। पुलिस जांच में सामने आया है कि मनोहर का मुस्लिम परिवार की दो लड़कियों से प्रेम प्रसंग था। मनोहर दूसरे धर्म से संबंध रखता था जो आरोपी परिवार के लिए सबसे बड़ी परेशानी का सबब बना हुआ था। एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर अभिषेक त्रिवेदी ने जानकारी देते हुए बताया कि मनोहर के मुस्लिम परिवार की लड़कियों के साथ प्रेम संबंध थे लेकिन जांच में अभी तक धार्मिक उन्माद को लेकर कोई भी पहलू सामने निकलकर नहीं आया है। दोनों परिवार अलग-अलग धर्म के थे इसीलिए लड़की के परिवार को मनोहर पसंद नहीं था।सिर पर चोट लगने से मौतअभिषेक त्रिवेदी ने बताया कि आरोपी परिवार ने मनोहर को अपने घर बुलाया और उसके बाद पिटाई कर उसके सिर पर वार किया। सिर पर चोट लगने की वजह से मनोहर की मौत हो गई। पकड़े जाने के डर से आरोपी परिवार ने मनोहर के टुकड़े-टुकड़े कर उसे नाले में फेंक दिया। इस मामले में एक बात सामने आई है। मनोहर लाल की 15 दिन बाद शादी होनी थी। यह जानकारी मनोहर की मां ने दी है।घर में चल रही थी शादी की तैयारियांमनोहर की मां बताया कि अपने बेटे की शादी की तैयारी कर रही थी। जो घर बनाया जा रहा था उसके लिए भी कहीं से पैसे इकट्ठे कर रहे थे। इन पैसों से घर की मरम्मत की जा रही थी। लेकिन अब घर की मरम्मत के साथ-साथ मनोहर की शादी का सपना भी अधूरा रह गया। मनोहर जी मां ने कहा कि उनके बेटे के जाने के साथ अब सब कुछ खत्म हो गया है। अब उनकी एक यही इच्छा है कि मनोहर के हत्यारों को फांसी पर लटकाया जाना चाहिए। मनोहर के परिवार में 5 लोग रहते हैं और यह परिवार बीपीएल में आता है। मनोहर बोझा ढो कर ही इस परिवार का पालन पोषण करता था। लेकिन मनोहर की मौत के बाद परिवार का इकलौता सहारा भी चला गया है।