असली लड़ाई बीजेपी और RSS के साथ, कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव से पहले बोले मल्लिकार्जुन खरगे

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पार्टी के अध्यक्ष चुनाव के उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा है कि हमारी असली लड़ाई भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और उसके मूल संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के खिलाफ है. उन्होंने कहा कि पिछले सात दशकों में कांग्रेस द्वारा बनाए गए लोकतांत्रिक संस्थान कमजोर हो गए हैं और असंतोष की आवाज दबा दी गई है. इसी के साथ उन्होंने बीजेपी पर राजनीतिक लाभ के लिए केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया.
खरगे ने कहा, “सात दशकों में कांग्रेस द्वारा बनाई गई लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर कर दिया गया है और असंतोष की आवाज को दबाया और कुचला जा रहा है. हमारी असली लड़ाई बीजेपी और आरएसएस के खिलाफ है जो देश के राजनीतिक, लोकतांत्रिक और सामाजिक माहौल को खराब कर रहे हैं.” प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) के प्रतिनिधियों की एक सभा को संबोधित करते हुए, खरगे ने कहा, “पंडित जवाहर लाल नेहरू से लेकर मनमोहन सिंह सरकार तक कांग्रेस द्वारा बनाई गई संपत्ति नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा बेची गई है. कांग्रेसियों को नेतृत्व करना होगा और देश में संविधान और लोकतंत्र को बचाने के लिए सबको साथ लेकर चलना होगा.
खरगे ने पूछा- कब होता है बीजेपी अध्यक्ष का चुनाव
उन्होंने कहा कि आगामी चुनाव कांग्रेस का आंतरिक मामला है और इससे पहले चार बार चुनाव हो चुके हैं, जिसमें आखिरी बार सोनिया गांधी और जितेंद्र प्रसाद के बीच चुनाव हुआ था. उन्होंने कहा, “कोई नहीं जानता कि बीजेपी में अध्यक्ष का चुनाव कब और कैसे होता है, इसलिए पार्टी को दूसरों के बारे में सवाल उठाने का क्या अधिकार है, खासकर कांग्रेस जो देश की सबसे पुरानी और सबसे बड़ी लोकतांत्रिक पार्टी है.”
खरगे ने प्रतिनिधियों के फेवरेबल स्टेटमेंट देने के आरोपों का भी जवाब दिया. उन्होंने कहा, प्रतिनिधि अपने विचार व्यक्त कर रहे हैं. प्रतिनिधि ऐसे बयान दे सकते हैं. वे पदाधिकारी नहीं हैं. बता दें, खरगे पार्टी की ‘एक व्यक्ति एक पद’ की नीति के तहत राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष (एलओपी) के पद से इस्तीफा दे चुके हैं. उन्होंने महत्वपूर्ण चुनावों में सभी प्रतिनिधियों के समर्थन का अनुरोध किया है.
खरगे ने कहा, मैं यहां कांग्रेस चुनाव से पहले आया हूं. मैं सभी कांग्रेस प्रतिनिधियों से उनकी मदद और समर्थन के लिए अनुरोध करना चाहता हूं. मैंने उनके समर्थन के बाद चुनाव लड़ने का फैसला किया और अब तक मुझे जबरदस्त प्रतिक्रिया मिल रही है. मैं बैठक करूंगा और सभी प्रतिनिधियों के साथ बातचीत करूंगा.