
‘RSS दुनिया को देता है धर्म’
मोहन भागवत ने कहा कि भारत क्या है? भारत एक अमर राष्ट्र है। भारत सारी दुनिया को धर्म देता है, रिलीजन नहीं। उन्होंने कहा कि नेतृत्व के लिए पूरी दुनिया भारत की ओर देख रही है, हमें मिसाल बनना होगा।
‘नेता जी का सपना कर रहे पूरा’
आरएसएस प्रमुख ने कहा कि भारत को महान बनाने का नेताजी का सपना अभी अधूरा, इसे पूरा करने के लिए हम सभी को काम करना होगा। सारी दुनिया भारत पर नजर गड़ाकर खड़ी है। सच्चे, पक्के हिंदुओं को हम गढ़ते हैं।
सुभाष चंद्र बोस की पुस्तक का जिक्र
नेताजी सुभाष चंद्र बोस की लिखी एक पुस्तक ‘तरुणेर स्वप्न’ का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि 1924 तक उनके विचार इस किताब में लिखे हैं। उस पुस्तक में नेताजी ने जो कहा है वही तो रास्ता हमारा है। हम दूसरा कुछ और नहीं कर रहे, वही कर रहे हैं। उन्होंने कहा है कि भारत वर्ष पृथ्वी का एक रूप है। संसार की सारी समस्याएं भारत में हैं, इन समस्याओं का निदान, दुनिया की परेशानियां खत्म करना है। हम उसी रास्ते पर चल रहे हैं।‘संघ बना बड़ा परिवार’आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा, ‘उन्होंने देश के लिए अपना बलिदान दिया। नेताजी ने कभी स्वार्थ नहीं देखा। वह इतने शिक्षित थे, ऐशो-आराम का जीवन जी सकते थे, लेकिन उन्होंने वनवास को चुना। उन्होंने देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। उन्होंने अपना जीवन देश के लिए समर्पित कर दिया।’उन्होंने कहा कि बंगाल में यह कोई नई बात नहीं है। हर साल हम इस तरह का कार्यक्रम करते हैं। संघ अब एक बड़ा परिवार बन गया है। आरएसएस को अब हर कोई जानता है।