रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 3 मार्च को छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले में एक ‘महा किसान रैली’ को संबोधित करने वाले हैं। रैली का उद्देश्य किसानों से जुड़ना है, और 1 लाख से अधिक किसानों के भाग लेने की उम्मीद है। यह कार्यक्रम किसानों को मोदी सरकार द्वारा शुरू की गई लाभकारी योजनाओं के बारे में सूचित करने के लिए एक आउटरीच कार्यक्रम के रूप में काम करेगा। इसके अतिरिक्त, किसानों को सुझाव देने और अपनी चिंताएं व्यक्त करने का अवसर मिलेगा। इसे भी पढ़ें: ‘यूपी से 80 में से 80’, राजनाथ ने बीजेपी की जीत पर जताया भरोसा, बोले- राहुल गांधी जहां भी जाएंगे, गठबंधन टूट जाएगाभाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजकुमार चाहर ने रैली के महत्व पर प्रकाश डालते हुए जोर दिया कि यह किसानों की समस्याओं को समझने और उनके सुझाव एकत्र करने पर केंद्रित होगी। किसानों को सरकार के विचार में योगदान देने के लिए अपने सुझाव या समस्याएं लिखने के लिए मतपेटियां उपलब्ध होंगी। चाहर ने पीएम किसान सम्मान निधि और फसल बीमा योजना समेत किसानों के लिए मोदी सरकार की पहल की सराहना की। रैली में इन योजनाओं के लाभों के बारे में जागरूकता बढ़ाना शामिल होगा। इस आयोजन में राज्य के मंत्रियों और जन प्रतिनिधियों के भी भाग लेने की उम्मीद है। इसे भी पढ़ें: UPGIS के जरिये उत्तर प्रदेश ने रचा इतिहास, PM Modi ने की 10 लाख करोड़ रुपए की 14000 परियोजनाओं की शुरुआतहरियाणा के सुरक्षा कर्मियों ने कुछ युवा किसानों द्वारा बुधवार को पंजाब और हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर कई चरणों वाले अवरोधकों की ओर बढ़ने के बाद आंसू गैस के गोले छोड़े। हरियाणा पुलिस ने सुबह करीब 11 बजे आंसू गैस के गोले छोड़े जिसके बाद युवा किसान बचने के लिए इधर-उधर भागते दिखे। पंजाब और हरियाणा के बीच दो सीमा बिंदुओं पर प्रदर्शन कर रहे किसान बुधवार को अपना ‘‘दिल्ली चलो’’ मार्च फिर से शुरू कर रहे हैं। सरकारी एजेंसियों द्वारा पांच साल तक दालें, मक्का और कपास न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीदने के केंद्र के प्रस्ताव को खारिज करने के बाद वे अपना आंदोलन फिर से शुरू कर रहे हैं।