Rajasthan: हनुमान बेनीवाल ने सचिन पायलट से नई पार्टी बनाने को कहा, आगामी चुनाव में गठबंधन की भी पेशकश की

राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के प्रमुख हनुमान बेनीवाल ने मंगलवार को कांग्रेस नेता सचिन पायलट से एक नई पार्टी बनाने और इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए उनके साथ गठबंधन करने को कहा। बेनीवाल ने साफ तौर पर कहा कि वह कांग्रेस और बीजेपी के खिलाफ किसी भी पार्टी से गठबंधन करने के लिए तैयार हैं। आपको बता दें कि पिछले भाजपा शासन के दौरान कथित भ्रष्टाचार के मामलों में राजस्थान सरकार की ‘निष्क्रियता’ के खिलाफ पायलट ने मंगलवार को एक दिवसीय उपवास पर बैठकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ नया मोर्चा खोल दिया था। कांग्रेस की राज्य इकाई ने पायलट को चेतावनी दी थी कि अनशन को “पार्टी विरोधी गतिविधि” माना जाएगा, लेकिन उन्होंने अपना अनशन जारी रखा।  इसे भी पढ़ें: पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ विरोध, आखिर सचिन पायलट चाहते क्या हैं? दिसंबर 2018 में राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से ही पायलट और गहलोत के बीच तनातनी चल रही है। बेनीवाल ने संवाददाताओं से कहा कि मैंने पहले भी सुझाव दिया है कि अगर सचिन पायलट अपनी पार्टी बनाते हैं, तो आरएलपी आगामी चुनाव में उनके साथ गठबंधन के लिए तैयार है। राजस्थान के नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि मैं केवल सुझाव दे सकता हूं। उन्होंने कहा कि अगर वह पार्टी बनाते हैं, तो हम गठबंधन करेंगे। अगर वह अपनी पार्टी नहीं बनाते हैं, तो यह उनकी इच्छा है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि कांग्रेस और बीजेपी के खिलाफ किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन के लिए हमारे दरवाजे खुले हैं। इसे भी पढ़ें: Rajasthan: सचिन पायलट के अनशन के बीच अशोक गहलोत ने जारी किया VIDEO संदेश, जानें क्या कहा फिलहाल बड़ा सवाल यही है कि आखिर सचिन पायलट चाहते क्या हैं? संदेश जा रहा है कि पायलट अपनी पार्टी बनाने की सोच रहे हैं या वे किसी नई पार्टी में शामिल हो सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक आम आदमी पार्टी (आप) ने उन्हें सीएम का चेहरा बनाने का ऑफर तक दे दिया है। पायलट ने कांग्रेस आलाकमान को यह संदेश देने की कोशिश की है कि राजस्थान में उनकी लोकप्रियता सीएम गहलोत से भी ज्यादा है। इसका मतलब यह भी है कि पायलट कांग्रेस आलाकमान को संदेश दे रहे हैं कि वह अपनी पार्टी नहीं छोड़ेंगे। दूसरी बात, पायलट कांग्रेस आलाकमान को बता रहे हैं कि राजस्थान का सीएम बनने के लिए वे गहलोत से बड़े दावेदार हैं। तीसरा, अगर पायलट को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित नहीं किया जाता है, तो वह कांग्रेस छोड़ सकते हैं।