नई दिल्ली: वायनाड से पूर्व सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के पिछले वक्त से लगातार चर्चा में रहे हैं। उनपर विदेश में देश की छवि को खराब करने का आरोप लगा था। लंदन में एक कार्यक्रम में राहुल ने आरोप लगाया था कि भारत में लोकतंत्र पर हमले हो रहा है। यही नहीं, भारत में मुस्लिम, ईसाई रहते हैं लेकिन मिस्टर नरेंद्र मोदी उन्हें दोयम दर्जे का नागरिक मानते हैं। अब वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अमेरिका दौरे पर हैं। उन्होंने वहां अल्पसंख्यकों और देश की छवि को लेकर दुनिया के सामने एक अलग नजरिया पेश किया। राहुल ने लंदन वाले बयान पर निर्मला का वॉशिंगटन बयान दरअसल, राहुल ने विदेशी रिपोर्ट के हवाले से कहा था कि भारत में अल्पसंख्यकों के साथ गलत हो रहा है। लेकिन जब वॉशिंगटन में ‘पीटरसन इंस्टीट्यूट फॉर इंटरनेशनल इकोनॉमिक्स’ में एक बहस के दौरान निर्मला के सामने ये सवाल आया तो वित्त मंत्री चुन-चुनकर जवाब दिया। जहां राहुल पर विदेशी रिपोर्ट के हवाले से भारत की छवि को लेकर कई विरोधी बयान देने का आरोप लगे वहीं निर्मला ने पश्चिम मीडिया को करारा जवाब दिया। मुस्लिमों संग अत्याचार? निर्मला ने चुन-चुनकर सुनाया जब निर्मला से अल्पसंख्यकों के साथ हिंसा होने को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने तथ्यों के साथ पश्चिम मीडिया को करारा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि जो कभी ग्राउंड पर गए ही नहीं उनकी बातों पर भरोसा मत करिए। ये लोग बिना जमीन पर गए रिपोर्ट तैयार कर देते हैं। आप भारत आकर खुद देखिए कि वास्तव स्थिति क्या है। अगर मुसलमानों पर अत्याचार होता तो यहां उनकी आबादी नहीं बढ़ती। 1947 में ही बने पाकिस्तान की स्थितियां तो अलग हैं, अल्पसंख्यकों के खिलाफ वहां हिंसा हो रही है। भारत में तो मुस्लिमों का हर वर्ग आगे बढ़ रहा है। निर्मला का मुंहतोड़ जवाब मोदी बयान पर अपनी संसद सदस्यता गंवा चुके राहुल गांधी ने लंदन के अपने बयान में देश में लोकतंत्र पर हमला से लेकर कई ऐसे बयान दिए थे जिसपर बीजेपी ने उन्हें जमकर घेरा था। यही नहीं राहुल ने दावा किया था कि पीएम नरेंद्र मोदी भारत की लोकतांत्रिक ढांचे को नष्ट कर रहे हैं। उनके इन बयानों के बाद बीजेपी ने उनपर चौतरफा हमला बोला था। अब निर्मला ने जिस तरह से अल्पसंख्यकों पर अत्याचार के सवाल पर पश्चिमी मीडिया को जो जवाब दिया है उसकी सोशल मीडिया पर तारीफ भी हो रही है।