बेंगलुरु: कर्नाटक में शनिवार को सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार मुख्यमंत्री व डिप्टी सीएम पद की शपथ लेने जा रहे हैं। इसके लिए बेंगलुरु स्थित कांटेरवा स्टेडियम पूरी तरह तैयार है। शपथग्रहण की तैयारियों के बीच दोनों नेता दिल्ली पहुंचे। कांग्रेस के सामने अगली बड़ी चुनौती कैबिनेट गठन की है जिसके लिए कई समुदायों से मांगें उठ रही हैं। सूत्रों के अनुसार, कैबिनेट गठन की चर्चा के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से कहा है कि कैबिनेट में सभी वर्ग खासकर मुस्लिम, दलित, पिछड़ा वर्ग और महिलाओं को जगह मिलना चाहिए जिन्होंने कांग्रेस को वोट किया है।कर्नाटक के नवनियुक्त सीएम सिद्धारमैया के सामने पहली चुनौती भी सही संतुलन के साथ मंत्रिमंडल के गठन की होगी जिसमें सभी समुदायों, धर्म, वर्गों और पुरानी और नई पीढ़ियों के विधायकों का प्रतिनिधित्व हो। कर्नाटक मंत्रिमंडल में मंत्रियों की स्वीकृत संख्या 34 है और अनेक विधायक मंत्री पद की आकांक्षा रखते हैं।ये समुदाय कर रहे जगह की मांगलिंगायत के 39 विधायक, वोक्कालिगा के 21, एससी के 22, एसटी के 15, मुस्लिम के नौ और कुरुबा के आठ विधायक समेत अन्य मंत्रिमंडल में प्रमुख भूमिका की मांग कर रहे हैं। कैबिनेट के संभावित मंत्रियों की लिस्टसूत्रों के अनुसार, कर्नाटक कैबिनेट में सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार दोनों कैंप के विधायकों को जगह मिल सकती है। कैबिनेट में पांच लिंगायत – लक्ष्मण सावदी, एमबी पाटिल, जगदीश शेट्टार, लक्ष्मी हेब्बालकर, ईश्वर खांद्रे, मुस्लिम समुदाय से दो- जमीर अहमद खान और यूटी खादिर, एससी समुदाय से जी परमेश्वर और ओबीसी नेता बीके हरिप्रसाद शपथ ले सकते हैं।कर्नाटक में 224 सदस्यीय विधानसभा के लिए 10 मई को हुए चुनाव में कांग्रेस ने 135 सीटें अपने नाम कीं, जबकि बीजेपी और पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा नीत जनता दल (सेक्युलर) ने 66 और 19 सीट जीतीं।