शाजापुर: मध्य प्रदेश के शाजापुर जिले में सरकारी अधिकारियों की बर्बरता सामने आई है. जिले के मोहन बड़ोदिया इलाके में किसान का बिजली का बिल न जमा होने के कारण उसकी मोटरसाइकलि और चक्की जब्त कर ली गई. विद्युत विभाग के अधिकारियों ने यह कार्रवाई की. एक तरफ सरकार किसानों के लिए पुराने बिल माफ करने की बात कर रही है. दूसरी ओर धरातल पर स्थिति कुछ और ही नजर आ रही है.
शिवराज सरकार द्वारा लगातार किसानों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए अलग-अलग तरीके से लाभ देने की कोशिश की जा रही है. कहीं, पुराने लोन माफ करने की बात की जा रही है. तो कहीं किसानों के बिजली के बिल माफ करने की बात की जा रही है. बिजली अधिकारियों द्वारा बाइक और घर का सामान जब्त करने से लोग खासा नाराज हैं.
यह भी पढ़ें: बहू से छेड़छाड़ करने से रोका तो भतीजे ने की चाची की हत्या, भाई को चाकू से किया घायल
वहीं, दूसरी ओर शाजापुर के मोहन बड़ोदिया में विद्युत कंपनी के कर्मचारी और अधिकारियों के द्वारा किसानों के प्रति रवैया देखने को मिला. जहां पर एक किसान के घर से उसकी मोटरसाइकिल एवं चक्की की जब्त कर ली गई. मोटरसाइकिल की कीमत लगभग 30 हजार और चक्की की कीमत 25 हजार बताई जा रही है.
कई बार दिए गए नोटिस
अब सवाल यह उठता है कि शिवराज सरकार नई-नई योजनाएं किसानों के नाम पर कर रही है. तो वहीं दूसरी ओर विद्युत विभाग के अधिकारियों की मनमानी किसानों की जान ले रही है. जब इस मामले पर मीडिया ने विद्युत विभाग के अधिकारी से बात की तो उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने कई सालों से बिजली के बिल नहीं भरे हैं. उन लोगों के वाहन एवं अन्य सामग्री जब्त की गई है. लगातार कई बार लोगों को नोटिस दिए गए थे. अभी तक बिल जमा नहीं करने के बाद हमारे द्वारा यह कार्रवाई की गई है. साथ ही बताया कि अभी तक 5 मोटरसाइकिल जब्त की गईं हैं.आगे भी इसी तरह की कार्रवाई जारी रहेगी.
वहीं, इससे पहले भी मोहन बड़ोदिया के गायरी मोहल्ले में विद्युत विभाग के आला अधिकारियों के द्वारा बिल नहीं भरे जाने पर दर्जनों घरों की लाइट काट दी गई थी. शिवराज सरकार में इस तरह बिजली अधिकारियों की बर्बरता से ग्रामीणों और किसानों में नाराजगी है.
यह भी पढ़ें: भगोरिया मेला: 50 हजार लोगों ने लिया मेले का आनंद, ढोलक की थाप पर थिरके आदिवासी युवा