मुंबई: गोल्ड स्मगलिंग के केस मुंबई में पिछले एक महीने में खासे बढ़े हैं। कई विदेशी गिरफ्तार हुए हैं। रविवार को कस्टम विभाग ने मुंबई इंटरनैशनल एयरपोर्ट पर दो अलग-अलग ऑपरेशन में केन्या की दो महिलाओं को गिरफ्तार किया। नजमा मोहम्मद और खदीजा तुलु नामक इन दोनों महिलाओं के पास से ढाई-ढाई किलो गोल्ड जब्त किया गया। दोनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। एडवोकेट प्रभाकर त्रिपाठी ने एनबीटी को बताया कि दोनों की जमानत की अर्जी के लिए उन्होंने कोर्ट में अर्जी दी है।इन दोनों महिलाओं ने जो स्टेटमेंट दिया है, उसके मुताबिक, उन्होंने लोन लेकर यह गोल्ड वहां खरीदा था। उसके बाद उन्होंने वहां से मुंबई की फ्लाइट पकड़ी। गिरफ्तार दोनों महिलाओं का मानना था कि मुंबई में गोल्ड बेचने पर मोटा प्रॉफिट होता है। एक किलो गोल्ड पर करीब 15 लाख का मुनाफा हो जाता है। यदि वह मुंबई में गोल्ड बेचने के अपने प्रयासों में सफल हो जातीं, तो वह केन्या वापस जाकर अपना लोन भी चुकता कर देतीं और बाकी की रकम से कुछ सालों के लिए सुकून की जिंदगी जीतीं।दुबई में बनते हैं गोल्ड बिस्कुटएक अधिकारी के अनुसार, केन्या से गोल्ड का कच्चा माल लीगली दुबई जाता है। वहां इस गोल्ड को बिस्कुट में कन्वर्ट किया जाता है। दुबई से गोल्ड के बिस्कुट वापस केन्या भेजे जाते हैं और लोन पर आम लोग इसे वहां ले लेते हैं। फिर मोटी कमाई की लालच में भारत सहित उन कई देशों इसे बेचने ले जाते हैं, जहां ज्यादा प्रॉफिट मिलता है।मुंबई में विदेश से गोल्ड की तस्करी कितनी ज्यादा हो रही है, इसे इसी से समझा जा सकता है कि पिछले चार साल में मुंबई में 600 करोड़ रुपये से भी ज्यादा का गोल्ड जब्त किया जा चुका है। कई बार विदेशी तस्कर अपने सामानों में इन्हें छिपा देते हैं। कई बार एयरपोर्ट के अंदर किसी टॉइलेट या किसी मोबाइल सेंटर पर इसे रखकर फिर किसी एयरपोर्ट कर्मचारी की मदद से इसे एयरपोर्ट के बाहर निकलवाते हैं। पिछले 15 दिन में मुंबई में ऐसे दो केस हुए भी हैं। 60 और 70 के दशक में जब अंडरवर्ल्ड उगाही नहीं करता था, तब उसकी कमाई का भी प्रमुख जरिया गोल्ड स्मगलिंग ही था। अंडरवर्ल्ड समुद्र के रास्ते गोल्ड की स्मगलिंग सबसे ज्यादा करता था।