दिल्ली के जंतर-मंतर पर WFI प्रमुख और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों का प्रदर्शन जारी है। इस बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी जंतर-मंतर पहुंचीं। उन्होंने पहलवानों से मुलाकात की। कांग्रेस महासचिव धरना देने वाले मंच पर बैठीं और पहवानों से बात की।पहलवानों से मुलाकात के बाद प्रियंका गांधी ने कहा कि अगर दो एफाईआर दर्ज हुई हैं तो उसकी किसी को भी कॉपी नहीं मिली है। किसी को नहीं मालूम कि उस एफआई में क्या लिखा है। इस शख्स (WFI प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह) पर गंभीर आरोप हैं, तो पहले उनको पद से हटाएं।कांग्रेस महासचिव ने कहा कि मुझे पीएम मोदी से कोई उम्मीद नहीं है, क्योंकि अगर उन्हें इन पहलवानों की चिंता है तो उन्होंने अभी तक उनसे बात या मुलाकात क्यों नहीं की। देश पहलवानों के साथ खड़ा है और मुझे बहुत गर्व है कि इन पहलवानों ने ऐसे मुद्दे के खिलाफ आवाज उठाई है।#WATCH | Congress leader Priyanka Gandhi Vadra meets the wrestlers protesting against WFI chief & BJP MP Brij Bhushan Sharan Singh at Jantar Mantar, Delhi pic.twitter.com/KzKkk4uuU4— ANI (@ANI) April 29, 2023
इससे पहले 26 अप्रैल को प्रियंका गांधी ने धरना दे रहे पहलवानों के समर्थन में ट्वीट कर कहा था, “प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा, “खिलाड़ी देश का मान होते हैं। देश उन पर गर्व क्यों करता है? क्योंकि तमाम मुश्किलों के बावजूद अथक मेहनत और बहुत कुछ सहकर जब वे पदक जीतते हैं, तो उनकी जीत में हमारी जीत होती है, देश मुस्कुरा उठता है।”कांग्रेस महासचिव ने आगे कहा, “महिला खिलाड़ियों की जीत बाकियों से बड़ी होती है। वे देश की संसद के बगल की सड़क पर आंखों में आंसू लिए बैठी हैं। लंबे समय से चल रहे शोषण के खिलाफ उनकी शिकायत कोई सुन नहीं रहा। मजबूत बाजुओं मगर भोले दिल की इन लड़कियों ने यकीन किया जब इनसे सरकार ने कहा कि जांच होगी। मगर जांच नहीं हुई। सजा का प्रश्न ही नहीं उठा। क्या सरकार दोषियों को बचाना चाहती है।”शुक्रवार को बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। एफआईआर दर्ज होने के बाद भी पहलवानों का धरना जारी है। महिला पहलवानों की शिकायत पर भारतीय कुश्ती संघ अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दिल्ली के कनॉट प्लेस थाने में दो प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। डीसीपी प्रणव तयाल के मुताबिक, पहली प्राथमिकी एक नाबालिग पीड़िता द्वारा लगाए गए आरोपों पर पॉक्सो अधिनियम के साथ-साथ आईपीसी की प्रासंगिक धाराओं के तहत दर्ज की गई है। दूसरी प्राथमिकी अन्य वयस्क शिकायतकर्ताओं द्वारा दी गई शिकायतों की व्यापक जांच करने के लिए शीलभंग से संबंधित धाराओं के तहत दर्ज की गई है।शुक्रवार को प्राथमिकी दर्ज होने से पहले सुप्रीम कोर्ट में पहलवानों के आरोपों पर सुनवाई हुई। इस दौरान दिल्ली पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट को सूचित किया कि वह कुश्ती महासंघ अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न के आरोप में एफआईआर दर्ज करेगी। सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष कहा कि हमने एफआईआर दर्ज करने का फैसला किया है, हम इसे आज ही दर्ज करेंगे। चीफ जस्टिस ने मेहता से कहा कि मिस्टर सॉलिसिटर हम आपका बयान दर्ज करेंगे कि एफआईआर दर्ज की जा रही है। दूसरा, हम कहेंगे कि नाबालिग शिकायतकर्ता को सुरक्षा मुहैया कराई जाए। इसे निपटाने के बजाय, हम इसे एक सप्ताह के बाद लेंगे। इस दौरान कपिल सिब्बल ने एक नाबालिग शिकायतकर्ता लड़की की सुरक्षा को लेकर सीलबंद लिफाफे में पीठ के समक्ष एक हलफनामा पेश किया। जिस पर पीठ ने दिल्ली पुलिस को खतरे की आशंका का आकलन करने और नाबालिग लड़की को सुरक्षा प्रदान करने का निर्देश दिया।