प्रतिभागियों ने ऐतिहासिक स्थलों की फोटोग्राफी को सीखा
जौनपुर,15 मार्च . कल्चरल क्लब एवं वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग की ओर से पांच दिवसीय कार्यशाला का Friday को समापन हुआ. शाही किला में ऐतिहासिक स्थलों की फोटोग्राफी विषय पर प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया गया. इस अवसर पर प्रख्यात यात्रा लेखिका एवं फोटोग्राफर डॉ. कायनात काजी ने कहा कि ऐतिहासिक स्थलों के चित्र सभी को आकर्षित करते हैं इसलिए ऐसे स्थान का चुनाव करना चाहिए जहां से सबसे सुंदर दिखाई देता हो.
उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक स्थलों की रक्षा करना समाज के हर व्यक्ति का नैतिक कर्तव्य है. उस स्थान को गंदा कर हम अपनी विरासत को क्षतिग्रस्त और धूमिल करते हैं जिससे आने वाली पीढ़ी उसको उस रूप में नहीं देख पाएगी जिसे हमारे पूर्वजों ने दिया है.
Varanasi के वरिष्ठ पत्रकार एवं फोटोग्राफर अनिरूद्ध पांडे ने Uttar Pradesh की लोक संस्कृति पर विस्तार से अपनी बात रखी. उन्होंने वीडियो और फोटो के माध्यम से लोक कलाओं के संरक्षण एवं दस्तावेजीकरण को विस्तार से बताया. उन्होंने चुनार, गोरखपुर एवं आजमगढ़ की लोक कलाओं पर कहा कि वह कला जीवित रहती है जिसका जुड़ाव आमजन से होता है. उन्होंने बांसुरी पर बनाई गयी वृत्तचित्र नरकट की रानी को दिखाया.
प्रतिभागियों को तीन समूहों में बांटकर प्रख्यात फोटोग्राफर डॉ. कायनात काजी, प्रेस फोटोग्राफर आशीष श्रीवास्तव एवं हसन आरिफ जाफरी द्वारा फोटोग्राफी की तकनीक बताई गयी. प्रतिभागियों ने शाही किले की शानदार फोटो अपने मोबाइल और कैमरा में कैद की.विशेषज्ञों को कार्यक्रम समन्वयक प्रो. मनोज मिश्र द्वारा स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया.
समापन सत्र संकाय भवन के कांफ्रेंस हाल में आयोजित हुआ.अतिथियों द्वारा प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया. कार्यक्रम संयोजक डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर ने कार्यशाला की रिपोर्ट प्रस्तुत की और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. सुनील कुमार ने किया. इस अवसर पर डॉ. अवध बिहारी सिंह, डॉ. जाह्नवी श्रीवास्तव, डॉ. चंदन सिंह, डॉ. अनु त्यागी, सुधाकर शुक्ल, सोनम विश्वकर्मा समेत राज कॉलेज, मोहम्मद हसन पीजी कॉलेज एवं परिसर के विद्यार्थी उपस्थित रहें.
/विश्व प्रकाश/बृजनंदन