प्रयागराज एनकाउंटर: शहर के बीचों-बीच 50 बीघे का जंगल, उमेश पाल के घर के पास ही छिपे बैठे थे हत्‍यारे

प्रयागराज: पूर्व विधायक () केस में मुख्‍य गवाह उमेश पाल (Umesh Pal Murder) को सात हमलावरों ने गोलियों से छलनी कर दिया। उमेश पाल पर यह हमला 24 फरवरी को धूमनगंज क्षेत्र में जीटी रोड पर स्थित उनके मकान के सामने हुआ। उस समय उमेश कोर्ट से घर आए थे। वह कार से उतरकर घर में घुसने ही वाले थे कि घात लगाए हुए करीब 7 शूटरों ने उन पर गोलियों और बमों से हमला कर दिया। हमलावर एक कार में और बाइक पर सवार थे। हमले के बाद सभी फरार हो गए। हमले का आरोप जेल में बंद माफिय अतीक अहमद और उसके सहयोगियों पर आया। शनिवार को यूपी के सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने विधानसभा में ऐलान किया, इस तरह के माफिया मिट्टी में मिला दिए जाएंगे। सोमवार यानी 27 फरवरी को इन 7 हमलावरों में से एक अरबाज पुलिस एनकाउंटर में गंभीर रूप से जख्‍मी होकर मारा गया। उमेश पाल हत्‍याकांड के बाद स्‍थानीय पुलिस और एसओजी हमलावरों को तलाश रही थी। पुलिस की 10 टीमें सभी आरोपियों के घरों पर दब‍िश दे रही थीं। सोमवार को उन्‍हें मुखब‍िर से पता चला कि कुछ आरोपी धूमनगंज थाना और कैंट थाने की सीमा पर स्थित नेहरू पार्क में छ‍िपे हैं। हैरानी की बात यह थी कि नेहरू पार्क उस जगह के बहुत नजदीक है जहां, उमेश पाल रहते थे। नेहरूर पार्क पिछले लगभग 25 साल से बंद पड़ा है। पिछले साल यहां के निवासियों ने शहर पश्चिमी के विधायक सिद्धार्थनाथ सिंह को ज्ञापन देकर मांग की थी कि जंगल बन चुके इस पार्क को फिर से खोल दिया जाए। इसकी संवार-सुधार की जाए ताकि शहरवासियों को बेहतरीन पिकनिक स्‍पॉट मिल सके। जंगल हो चुके इस पार्क में स्‍थानीय लोग सुबह मॉर्निंग वॉक के लिए आते थे। चूंकि यह सिविल और कैंट क्षेत्र की सीमा पर है इसलिए यहां पुलिस पिकेट नहीं आती थी। इसी वजह से उमेश हत्‍याकांड के आरोपी बदमाशों ने इसे अपने छिपने के लिए इस्‍तेमाल किया। इस एनकाउंटर के बारे में पुलिस का कहना है जब सूचना मिलने पर पुलिस पार्क में पहुंची तो उसने देखा कि बाइक के साथ दो बदमाश बैठे हुए थे। जैसे ही पुलिस ने घेराबंदी की तो उन्‍होंने फायर कर दिया। पुलिस की जवाबी फायरिंग में अरबाज घायल हो गया। उसकी एक गोली से एसओ धूमनगंज राजेश मौर्य घायल हुए, वहीं पुलिस की तीन गोलियां उसे लगीं, जिनमें से एक उसके सीने में लगी। हमले के समय अरबाज वह कार चला रहा था जिसमें अतीक का बेटा असद बैठा हुआ था। सीसीटीवी में देखा गया कि जब हमलावर सफेद क्रेटा कार से उतरकर उमेश पर हमला कर रहे थे, पुल‍िस के मुताबिक, उस समय अरबाज कार को डिवाइडर के दूसरी तरफ ले गया और यूटर्न लेकर खड़ा कर दिया। वारदात के बाद इसी में बैठकर बदमाश फरार हो गए।