नए साल में शराब पीकर नाचने वालों पर प्रज्ञा ठाकुर के कड़वे बोल, यह हमारी संस्कृति नहीं

बीजेपी सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने नए साल की पूर्व संध्या पर एक बार फिर ऐसा बयान दिया है, जो चर्चा का विषय बना हुआ है. मध्य प्रदेश के भोपाल में एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा, “जो लोग 31 दिसंबर को शराब पीते हैं और नाचते हैं. जिनका दिन अगले दोपहर बाद शुरू होता है, वे अपने जीवन में नया अनुभव नहीं कर सकते हैं.” साथ ही उन्होंने कहा कि पश्चिमी सभ्यता की नकल हमारी संस्कृति में नहीं हो सकती है.
वहीं, अभी पिछले दिनों ही कर्नाटक के शिवमोग्गा में बीजेपी सांसद ने एक विवादित बयान दिया था. इसके बाद बीजेपी सांसद प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ मामला भी दर्ज हुआ था. प्रज्ञा ठाकुर ने हिंदू जागरण वेदिके के दक्षिण क्षेत्र के वार्षिक सम्मेलन में ‘लव जिहाद’ पर टिप्पणी की थी. जहां उन्होंने हिंदू धर्म के लोगों को अवैध रूप से हथियार रखने का सुझाव दिया था.
प्रज्ञा ने कर्नाटक में दिया था ये विवादित बयान
बता दें कि कर्नाटक के शिवमोगा में एक कार्यक्रम साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने बयान देते हुए कहा था कि लव जिहाद करने वालों उनके हिसाब से ही जवाब दो. अपनी लड़कियों को सुरक्षित रखो, संस्कारित करो. अपने घर में हथियार रखों, अगर कुछ नहीं है तो सब्जी काटने वाली चाकू की धार तेज रखो. मैं ये स्पष्ट बोल रही हूं. हमारे घरों में भी हथियार तेज होना चाहिए. उन्होंने चाकू से हमारी हिंदू वीरों, बजरंग दल के नेताओं को काटा है. तो हम भी अब चाकू को तेज रखें.
इन धाराओं में दर्ज हुआ मामला
मध्य प्रदेश के कांग्रेस नेता द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद प्रज्ञा ठाकुर के खिवाफ आईपीसी की धाराओं 153A, 153B, 268, 295A, 298, 504 और 508 के तहत मामला दर्ज किया गया था.
इसके पहले भी प्रज्ञा ने दिए ये विवादित बयान
बता दें कि बीजेपी सांसद प्रज्ञा ठाकुर अक्सर अपने विवादित बयानों के लिए ही चर्चा में रहती हैं. इसके पहले भी कई ऐसे विवादित बयान दिए हैं, जिनकी हमेशा चर्चा होती रहती है. इसके पहले उन्होंने एक बयान देते हुए कहा था कि ये भारत है और ये हिन्दुओं का देश है. यहां सनातन जिंदा रहेगा और इसे रखना हम लोगों की जिम्मेदारी है और हम इसे रखेंगे. वहीं, पैगंबर मोहम्मद को लेकर नूपुर शर्मा के विवादित बयान पर भी प्रज्ञा ठाकुर ने खुल कर समर्थन किया था. जिसमें उन्होंने कहा था कि सच कहना अगर बगावत है तो समझो हम भी बागी हैं. जय सनातन, जय हिंदुत्व.