Prabhasakshi NewsRoom: Poonch में Indian Army के काफिले पर आतंकी हमले की जांच शुरू, ‘रोड ओपनिंग पार्टी की चूक भी हमले के लिए जिम्मेदार’

अभी पुलवामा हमला मामले को लेकर राजनीति हो ही रही है कि ठीक उसी अंदाज में जम्मू-कश्मीर के पुंछ में एक दिन पहले सेना का एक और वाहन आतंकी हमले की चपेट में आ गया। हमला किसने किया, हमसे कहां चूक हुई, इन सब सवालों के जवाब ढूँढ़े जा रहे हैं। साथ ही इस हमले में हमारे जो पांच जवान शहीद हो गये हैं उनको पूरा देश श्रद्धांजलि भी दे रहा है। लेकिन अब समय आ गया है जब सेना के वाहनों की आवाजाही को पूर्णतः सुरक्षित बनाने के उपाय जल्द से जल्द किये जाने चाहिए क्योंकि पुंछ में जो हमला हुआ है उसके लिए रक्षा विशेषज्ञ रोड ओपनिंग पार्टी की चूक को भी जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।इस बीच, बाटा-डोरिया क्षेत्र के एक घने जंगल में सुरक्षा बलों ने एक बड़ा तलाश अभियान शुरू किया है। अधिकारियों ने बताया कि पूरे इलाके को घेर लिया गया है और आतंकवादियों को खोजने के लिए ड्रोन और खोजी कुत्तों का इस्तेमाल किया जा रहा है। अधिकारियों ने बताया है कि सीमावर्ती राजौरी और पुंछ जिलों में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है तथा नियंत्रण रेखा के पास कड़ी सतर्कता बरती जा रही है। अधिकारियों ने बताया है कि आतंकवादी हमले के बाद भीम्बर गली-पुंछ मार्ग पर यातायात रोक दिया गया है और लोगों को मेंढर के रास्ते पुंछ जाने की सलाह दी गई है। अधिकारियों ने बताया कि एनआईए जांच के तहत घटनास्थल का दौरा करेगा।इसे भी पढ़ें: पुंछ आतंकी हमले की जगह पर जल्द पहुंचेगी NIA की टीम, सेना ने शहीद हुए 5 जवानों के नाम जारी किएइस घटना के बारे में सेना ने बताया है कि पुंछ में गुरुवार को एक आतंकवादी हमले के बाद सेना के वाहन में आग लगने से पांच जवान शहीद हो गए, जबकि एक अन्य जवान गंभीर रूप से घायल हो गया। सेना ने एक बयान में कहा है कि हमले में शहीद हुए जवान राष्ट्रीय राइफल्स इकाई के थे और उन्हें इलाके में आतंकवाद रोधी अभियानों के लिए तैनात किया गया था। सेना ने कहा कि जिस वाहन में जवान यात्रा कर रहे थे, वह अज्ञात आतंकवादियों के हमले की चपेट में आ गया और संभवत: ग्रेनेड की चपेट में आने के कारण उसमें आग लग गई। हम आपको बता दें कि शहीद हुए जवानों की पहचान हवलदार मंदीप सिंह, लांसनायक देबाशीश बस्वाल, लांसनायक कुलवंत सिंह, सिपाही हरकृष्ण सिंह और सिपाही सेवक सिंह के रूप में की गई है। शहीद हुए पांच सैनिकों में से चार पंजाब के और एक ओडिशा का रहने वाला था। देबाशीश बस्वाल ओडिशा के अलगुम सामिल खंडायत के निवासी थे, जबकि मंदीप सिंह पंजाब के चानकोईयां काकन गांव के, हरकृष्ण सिंह तलवंडी बारथ गांव के, कुलवंत सिंह चारिक के और सेवक सिंह वाघा के रहने वाले थे।इस बीच, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा है कि वह बहादुर सैनिकों की शहादत से दुखी हैं। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘‘राष्ट्र के लिए उनकी सेवा को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं।’’ इसके अलावा विभिन्न राजनीतिक दलों ने भी इस हमले की निंदा की है। वहीं रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि यह रोड ओपनिंग पार्टी की चूक का भी मामला लगता है इसलिए अधिकारियों को उनके खिलाफ भी कार्रवाई करनी चाहिए।