Poonch Attack: पूछताछ के लिए बुलाए गए शख्श ने की खुदकुशी, वायरल वीडियो में कहा- हमने भारत का समर्थन किया लेकिन…

पुंछ में पिछले सप्ताह सेना पर हुए आतंकवादी हमले को लेकर पूछताछ जारी है। इसी कड़ी में पुलिस द्वारा बुलाए जाने पर कथित तौर पर जहर खाने वाले 50 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई। इसके बाद गुस्साए स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। अधिकारी ने बताया कि जिले की मेंढर तहसील के नार गांव का निवासी मुख्तार हुसैन शाह कुछ घरेलू विवाद के चलते तनाव में था। उन्होंने बताया कि उसे मामले के संदिग्ध के रूप में नहीं बुलाया गया था। हालांकि, उसकी मौत के बाद सोशल मीडिया पर तेजी से प्रसारित हो रहे एक वीडियो संदेश में शाह ने उत्पीड़न का आरोप लगाया है। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि वीडियो किसने शूट किया है और यह कब की है। मुख्तार हुसैन शाह का कहना है कि हमले को सुविधाजनक बनाने में उसकी कोई भूमिका नहीं है और इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करता है।  इसे भी पढ़ें: SCO Meet: एस जयशंकर और पाकिस्तान के विदेश मंत्री के बीच होगी बातचीत? जानें क्या मिल रहे संकेतशाह ने अपने लगभग 10 मिनट के वीडियो संदेश में कहा कि मुझ पर सेना, पुलिस या ग्रामीणों का कोई दबाव नहीं है। मैं अपना जीवन समाप्त कर रहा हूं, भले ही यह मेरे धर्म के अनुसार गलत है। मेरे परिवार और मुझे परेशान किया जा रहा है और सच बोलने के बावजूद कोई मेरी बात नहीं सुन रहा है। उसने कहा कि अल्लाह और पवित्र किताब की कसम कि मैंने हमले में आतंकवादियों की मदद नहीं की। उसने कहा कि 200 से 500 निर्दोष ग्रामीणों को बिना किसी गलती के उत्पीड़न और यातना का सामना करना पड़ रहा है। हुसैन शाह ने कहा कि मुझे दुख है कि राष्ट्रीय राइफल्स के मेरे भाई शहीद हो गए और मैं उनके परिवारों के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त करता हूं। मानवता की मांग है कि किसी निर्दोष का खून नहीं बहाया जाना चाहिए और मेरा परिवार और ग्रामीण हमारे देश की रक्षा करेंगे और (सुरक्षा) अधिकारियों के साथ सहयोग करेंगे। इसे भी पढ़ें: Pakistan की आर्मी, सरकार और ISI ने मिलकर रची पुंछ वाली साजिश? भारत को लेकर ‘शरीफ’ भाईयों की सोच एक जैसी क्यों?शाह ने कहा कि उनके परिवार ने हमेशा भारत का समर्थन किया लेकिन उसी परिवार को प्रताड़ित किया जा रहा है। मेरा (सुरक्षा) अधिकारियों से अनुरोध है कि वे निर्दोषों पर अत्याचार न करें और यदि कोई इसमें शामिल है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि किसी और की गलती से लोगों को प्रताड़ना का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि मैं सभी मुसलमानों से अपील करना चाहता हूं कि हमें एक साथ आना चाहिए और सेना का समर्थन करना चाहिए ताकि खून खराबा हमेशा के लिए खत्म हो जाए और हम यातना से मुक्त हो जाएं। अधिकारी ने बताया कि उसने अपने घर पर मंगलवार शाम कथित तौर पर जहर खा लिया था। उसे राजौरी के सरकारी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, जहां बृहस्पतिवार सुबह उसकी मौत हो गई। अधिकारी ने कहा,“वह कोई संदिग्ध (आतंकवादी हमले के मामले में) नहीं था। उसके गांव (घटनास्थल के पास) के अधिकतर लोगों की तरह उसे भी पूछताछ के लिए बुलाया गया था। हमें पता चला कि वह घरेलू विवादों को लेकर तनाव में था।”