नई दिल्ली: कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा को गुरुवार को रायपुर जाने वाली उड़ान से नीचे उतार दिया गया और उसके बाद दिल्ली पुलिस उन्हें रनवे से हिरासत में ले गई जहां बाद में असम पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। असम पुलिस कोर्ट में पेश कर खेड़ा की ट्रांजिट रिमांड लेगी। इस बीच, कांग्रेस ने खेड़ा की गिरफ्तारी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर दी है। शीर्ष अदालत इस मामले में 3 बजे सुनवाई करेगी। पुलिस ने बताया क्या है मामलाप्रक्रिया पूरी होने के बाद उनकी हिरासत असम पुलिस को सौंप दी जाएगी। दिल्ली हवाई अड्डे पर मौजूद एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि असम में कोई मामला दर्ज हुआ है और दिल्ली पुलिस खेड़ा को रनवे से अपने साथ ले गई। कांग्रेस ने पहले दावा किया था कि असम पुलिस ने खेड़ा को हिरासत में लिया है। इस बीच, इंडिगो के अधिकारियो ने कहा कि सभी यात्रियों को दूसरे विमान से रायपुर ले जाया जाएगा। कांग्रेस ने खेड़ा को विमान से उतारे जाने को तानाशाही करार दिया है।गिरफ्तारी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंची कांग्रेस इस बीच, पवन खेड़ा की गिरफ्तारी के खिलाफ कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। कांग्रेस नेता और वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने शीर्ष अदालत में इस बारे में एक याचिका दाखिल की है। कोर्ट में 3 बजे मामले की सुनवाई होनी है। जयराम रमेश ने केंद्र को घेरा पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा, ‘पहले ईडी ने रायपुर में छापेमारी की, अब पवन खेड़ा को दिल्ली पुलिस द्वारा रायपुर के विमान से उतारा गया है। तानाशाही का दूसरा नाम अमितशाही है।’ उन्होंने कहा, ‘मोदी सरकार हमारे राष्ट्रीय महाअधिवेशन को बाधित करना चाहती है। हम डरने वाले नहीं हैं, देशवासियों के लिए संघर्ष करते रहेंगे।’ पार्टी प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने सवाल किया कि किस आधार पर खेड़ा को नीचे उतारा गया है? उन्होंने यह भी कहा कि क्या देश में कानून का कोई राज है या नहीं?खेड़ा की गिरफ्तारी पर भड़की कांग्रेस खेड़ा की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस भड़क गई है। पार्टी ने कहा कि तानाशाही है। एयरपोर्ट पर कांग्रेस पुलिस से ऑर्डर दिखाने के लिए कहा। कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि खेड़ा को उतारकर पुलिस ने रोक लिया। गौरतलब है कि खेड़ा ने कुछ दिन पहले पीएम मोदी और उनके पिता पर विवादित बयान दिया था। छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि बीजेपी कांग्रेस के रायपुर अधिवेशन से डरी हुई है। खेड़ा का मामला इतना बड़ा नहीं था।