वोटिंग के लिए जिस पीएम ने जरूरी किया फोटो आईडी कार्ड, भूलने पर उसी को नहीं डालने दिया वोट

लंदन: ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन देश के स्थानीय चुनाव में मतदान करने के लिए पहचान पत्र लाना भूल गए थे, जिसके बाद उन्हें पोलिंग स्टेशन से वापस भेज दिया गया। ब्रिटिश मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, गुरुवार को मतदान केंद्र पर मौजूद अधिकारियों ने जॉनसन को बिना पहचान पत्र के वोट डालने की अनुमति नहीं दी, जिसके बाद पूर्व प्रधानमंत्री को वापस लौटना पड़ा।

दिलचस्प बात ये है कि ये बोरिस जॉनसन ही थे, जिन्होंने अपने प्रधानमंत्री कार्यकाल के दौरान ब्रिटेन में वोट डालने के लिए पहचान पत्र को अनिवार्य किया था।स्काई न्यूज ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि बोरिस जॉनसन बाद में जरूरी फोटो पहचान पत्र लेकर मतदान केंद्र पर पहुंचे, जिसके बाद उन्हें डालने की अनुमति मिली।

उन्होंने साउथ ऑक्सफोर्डशायर में कंजर्वेटिव पार्टी के पक्ष में अपना मत डाला। बोरिस जॉनसन साल 2019 से 2022 तक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री रहे थे। इसी दौरान उन्होंने चुनाव अधिनियम 2022 पेश किया था, जिसमें वोट देने के लिए फोटो पहचान पत्र को अनिवार्य किया गया था।

इस बदलाव को पिछले साल स्थानीय चुनावों में लागू किया गया था, जब पहली बार मतदाताओं को आईडी दिखाने की जरूरत पड़ी।कई लोगों को वोट देने से रोका गयाब्रिटेन के निर्वाचन आयोग ने कहा कि ज्यादातर लोग नये कानून का पालन कर रहे हैं लेकिन कुछ लोगों ने इसलिए मतदान नहीं किया क्योंकि उनके पास पहचान पत्र नहीं था।

बीबीसी की रिपोर्ट में बताया गया है कि मतदान के लिए आवश्यक पहचान पत्र में पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस समेत 22 तरीके की आईडी को मंजूरी दी गई है। जो लोग मतदान करने के लिए पंजीकृत हैं, वे मतदाता प्राधिकरण प्रमाणपत्र नामक निशुल्क दस्तावेज के लिए भी आवेदन कर सकते हैं। इसके बावजूद, चुनाव के दौरान कई लोगों को मतदान केंद्रों से वापस भेजे जाने की खबर सामने आई है।

पूर्व सैनिक एडम डाइवर ने बताया कि उन्हें वोट नहीं डालने दिया गया। डाइवर को बताया गया कि उनका पूर्व सैनिक का आईडी कार्ड वैध नहीं है। 27 सालों तक ब्रिटेन की सेना में सेवा देने वाले डाइवर ने कहा कि जब उनका कार्ड अस्वीकार किया गया तो ऐसा लगा जैसे उनकी सेवा को खारिज कर दिया गया हो।

ब्रिटेन सरकार में वरिष्ठ मंत्री जॉनी मर्सर ने वोट की अनुमति न दिए जाने के लिए एडम डाइवर से माफी मांगी। उन्होंने लिखा, आईडी के स्वीकार्य रूपों पर कानून इस साल जनवरी में पूर्व सैनिकों के आईडी कार्ड जारी होने से पहले ही सामने आ गया था। मैं अगले चुनाव से पहले इसे बदलने के लिए हर संभव प्रयास करूंगा।