प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को सुबह 11:45 बजे आईएआरआई पूसा के मेला ग्राउंड में “पीएम किसान सम्मान सम्मेलन 2022” का उद्घाटन करेंगे. इस दौरान पीएम मोदी पीएम-किसान सम्मान योजना के तहत किसानों को 16,000 करोड़ रुपये राशि की 12 वीं किस्त जारी करेंगे. दो दिवसीय इस कार्यक्रम में पीएम मोदी किसानों और कृषि स्टार्टअप, शोधकर्ताओं, नीति निर्माताओं, बैंकर व अन्य हितधारक को संबोधित करेंगे. केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बताया कि यह आयोजन देश भर के 13,500 से अधिक किसानों और 1500 एग्रीस्टार्टअप को एक साथ लाएगा. इस कार्यक्रम में 1 करोड़ से अधिक किसान वर्चुअल रूप से भाग लेंगे जिसमें 700 कृषि विज्ञान केंद्र, 75 आईसीएआर संस्थान, 75 राज्य कृषि विश्वविद्यालय, 600 पीएम किसान केंद्र, 50,000 प्राथमिक कृषि सहकारी समितियां और 2 लाख सामुदायिक सेवा केंद्र (सीएससी) जैसे कई संस्थान शामिल हैं. यह कार्यक्रम कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय और रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आयोजित किया जा रहा है.
पीएम मोदी द्वार 24.02.2019 को पीएम किसान योजना शुरू की गई थी. इस योजना के तहत पात्र किसान परिवारों को प्रत्येक चार माह के अंतराल पर 2000 रुपये दिए जाते हैं. इस तरह एक साल में किसानों को तीन समान किश्तों में प्रति वर्ष 6000 रुपए मिलते हैं. अब तक पीएम-किसान के तहत योग्य किसान परिवारों को 11 किश्तों में 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक का लाभ मिला है. इसमें से 1.6 लाख करोड़ रुपये कोविड महामारी के दौरान हस्तांतरित किए गए हैं. प्रधानमंत्री जी द्वारा दिनांक 17.10.2022 को जारी की जाने वाली 12वीं किस्त के साथ लाभार्थियों को कुल राशि 2.16 लाख करोड़ रुपये से अधिक धनराशि हस्तांतरित किए जाना प्रत्याशित है.
इस सम्मेलन में लगभग 1500 स्टार्ट-अप भाग लेंगे
वहीं, पीएम मोदी एग्री स्टार्टअप कॉन्क्लेव और प्रदर्शनी का भी उद्घाटन करेंगे. लगभग 300 स्टार्टअप पहले दिन सुव्यवस्थित खेती, फसलोपरांत एवं मूल्यवर्धन समाधान, संबद्ध कृषि क्षेत्र, वेस्ट टू वेल्थ, छोटे किसानों के लिए यंत्रीकरण, आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन और कृषि-संभार तंत्र से संबंधित अपने नवाचार का प्रदर्शन करेंगे. इस सम्मेलन में लगभग 1500 स्टार्ट-अप भाग लेंगे. यह मंच स्टार्टअप्स को किसानों, एफपीओ, कृषि-विशेषज्ञों और कॉरपोरेट्स आदि के साथ परिचर्चा करने की सुविधा प्रदान करेगा. दूसरे दिन, स्टार्टअप अपने अनुभव साझा करेंगे और तकनीकी सत्रों में अन्य हितधारकों के साथ परिचर्चा करेंगे. इसके अलावा, नीति निर्माता 5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था में स्टार्टअप की भूमिका के साथ-साथ स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने के लिए मौजूदा सरकारी योजनाओं की व्याख्या करेंगे.
इसे प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्र कहा जाएगा
जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय, भारत सरकार के 600 पीएम-किसान समृद्धि केंद्रों (पीएम-केएसके) का उद्घाटन करेंगे. वर्तमान में देश में ग्राम, उप-जिला/उप-मंडल/तालुका और जिला स्तर पर लगभग 2.7 लाख उर्वरक खुदरा दुकानें हैं. वे कंपनी प्रबंधित, सहकारी या निजी डीलरों की खुदरा दुकानें हैं. खुदरा उर्वरक दुकानों को चरणबद्ध तरीके से वन स्टॉप शॉप में परिवर्तित किया जाएगा जिसे प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्र कहा जाएगा. पीएमकेएसके देश में किसानों की जरूरतों को पूरा करेगा और कृषि आदान (उर्वरक, बीज, उपकरण); मृदा, बीज, उर्वरक के लिए परीक्षण सुविधाएं प्रदान करेगा. किसानों के बीच जागरूकता सृजन; विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी प्रदान करेगा और ब्लॉक/जिला स्तर के बिक्री केंद्रों पर खुदरा विक्रेताओं की नियमित क्षमता निर्माण सुनिश्चित करेगा. प्रायोगिक चरण में प्रत्येक जिला स्तर पर कम से कम एक खुदरा दुकान को मॉडल दुकान में बदला जाएगा. 3,30,499 खुदरा उर्वरक दुकानों को पीएमकेएसके में परिवर्तित करने का प्रस्ताव है.
वस्तुओं का विपणन करना अनिवार्य कर रही है
पीएम मोदी मेले में उर्वरक क्षेत्र में एक राष्ट्र एक उर्वरक (ओएनओएफ) नामक सबसे बड़ी पहल का भी शुभारंभ करेंगे. भारत सरकार उर्वरक कंपनियों के लिए ब्रांड नाम “भारत” के तहत उनकी वस्तुओं का विपणन करना अनिवार्य कर रही है ताकि देश भर में उर्वरक ब्रांडों का मानकीकरण किया जा सके. भले ही कोई भी कंपनी इसे बनाती हो. यह “भारत यूरिया, भारत डीएपी, भारत एमओपी, और भारत एनपीके हो सकता है. सभी उर्वरकों के लिए एकल ब्रांड ‘भारत’ के विकास से उर्वरकों की बेतरतीब आवाजाही कम हो जाएगी जो उच्च माल ढुलाई सब्सिडी का कारण है.