NDA Meeting में PM Modi लगे चिराग पासवान के गले, प्यार वाली भी दी थपकी…

बीजेपी के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की बैठक मंगलवार 18 जुलाई को दिल्ली में हुई। इस बैठक में एनडीए के अन्य दल भी मौजूद रहे। इस दौरान लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान और राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष पशुपति पारस ने भी हिस्सा लिया। दिल्ली के द अशोक होटल में हुई इस बैठक में ऐसा पल देखने को मिला जिसकी हर तरफ चर्चा हो रही है। ये पल पीएम नरेंद्र मोदी और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास पासवान) के अध्यक्ष चिराग पासवान के बीच देखने को मिला था। इस दौरान बैठक के बाद पीएम मोदी ने चिराग पासवान को गले लगाया और उन्हें प्यार की थपकी भी दी थी। इस घटना की हर तरफ चर्चा हो रही है। चिराग पासवान ने इस पल को याद करते हुए कहा कि वो बेहद भावुक पल था। उन्होंने खुद को हनुमान बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस तरह मुझे अपने गले लगाया वो मेरे लिए भावुक करने वाला लम्हा था। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी का जीत का मंत्र यही है कि उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ना है और जीतना है क्योंकि मोदी का चेहरा ही सबसे बड़ा चेहरा है। इस दौरान चिराग पासवान ने पीएम मोदी के पैर छूकर उनका अभिवादन भी किया।  40 सीटें जीतने का किया दावाउन्होंने दावा किया कि 2024 के लोकसभा चुनावों में राजग बिहार में सभी 40 सीटें जीतेगा। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा सहित पार्टी के अन्य नेताओं के साथ अपनी बातचीत का ब्योरा साझा करने से इनकार करते हुए पासवान ने कहा कि उन्होंने उनकी चिंताओं का सकारात्मक समाधान किया है। यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए चिराग पासवान ने यह स्पष्ट किया कि वह हाजीपुर से चुनाव लड़ेंगे।  वर्तमान में उनके चाचा और केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस इस संसदीय सीट का लोकसभा में प्रतिनिधित्व करते हैं। पारस ने भी इस सीट पर अपना दावा किया है। चिराग पासवान का यह कहना कि भाजपा उनकी चिंताओं का समाधान कर रही है, महत्वपूर्ण है क्योंकि उनकी मुख्य मांग यह थी कि सत्तारूढ़ पार्टी 2019 की तरह ही सीट के बंटवारे की व्यवस्था पर कायम रहे जब उनके दिवंगत पिता रामविलास पासवान के नेतृत्व में अविभाजित लोजपा ने छह लोकसभा क्षेत्रों पर चुनाव लड़ा था और उन्हें राज्यसभा की एक सीट भी दी गई थी। उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा नेताओं के साथ अपनी चर्चा के ब्यौरे के बारे में बोलना मेरे लिए गठबंधन धर्म के खिलाफ होगा। लेकिन हां, लोकसभा और विधानसभा चुनावों के बारे में मेरी पार्टी की चिंताएं विचार-विमर्श का हिस्सा थीं और भाजपा ने उनका सकारात्मक रूप से समाधान किया है।’’