1. प्रधानमंत्री ने लापरवाही के प्रति किया आगाह
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कोरोना पर एक हाई लेवल मीटिंग की अध्यक्षता की। इसमें पीएम ने देश के साथ विदेश में कोविड की स्थिति का जायजा लिया। उन्हें इस बारे में एक प्रेजेंटेशन दी गई। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया और नागरिक विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने हिस्सा लिया। इनके स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण, गृह सचिव अजय कुमार भल्ला, नीति आयोग के सीईओ परमेश्वरन अय्यर सहित स्वास्थ्य और गृह मंत्रालय के कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लापरवाही बरतने के प्रति आगाह किया। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी अभी खत्म नहीं हुई है। उन्होंने लोगों से भीड़भाड़ वाले स्थानों पर मास्क पहनने का आग्रह किया। जबकि अधिकारियों को विशेष रूप से अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर निगरानी उपायों को मजबूत करने का निर्देश दिया। पीएम ने राज्यों को सलाह दी कि वे ऑक्सिजन सिलेंडर, पीएसए संयंत्रों, वेंटिलेटर और मानव संसाधन सहित अस्पताल के बुनियादी ढांचे का परिचालन तत्परता से सुनिश्चित करने की तैयारी करके रखें। प्रधानमंत्री ने सभी से हर समय भीड़-भाड़ वाले सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनने, उचित दूरी का पालन करने सहित कोविड-उपयुक्त व्यवहार का पालन करने का आग्रह किया। खासकर आगामी त्योहारी मौसम के मद्देनजर। उन्होंने यह भी आग्रह किया कि विशेष रूप से ऐसे लोग जो गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं या फिर बुजुर्ग हैं, उनके लिए एहतियात की खुराक को प्रोत्साहित किया जा सकता है।
2. अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की रैंडम टेस्टिंग होगी
अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से आने वाले कुछ यात्रियों का 24 दिसंबर से रैंडम कोरोना वायरस परीक्षण किया जाएगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने नागर विमानन मंत्रालय को इस संबंध में पत्र लिखा है। इसमें कहा गया है कि प्रत्येक उड़ान में कुल यात्रियों के दो प्रतिशत तक को आगमन के बाद हवाई अड्डे पर रैंडम परीक्षण से गुजरना होगा। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने अपने नागर विमानन मंत्रालय के समकक्ष राजीव बंसल को लिखे पत्र में कहा कि रैंडम परीक्षण के बाद यदि कोई कोविड संक्रमित पाया जाता है, तो नमूने को जीनोमिक परीक्षण के लिए भेजा जाना चाहिए। प्रत्येक उड़ान में ऐसे यात्रियों का चयन संबंधित एयरलाइंस की ओर से किया जाएगा। रैंडम परीक्षण के लिए नमूना देने के बाद यात्रियों को हवाई अड्डे से जाने दिया जाएगा।
3. ताजमहल में पर्यटकों की स्क्रीनिंग
विदेशी पर्यटकों की आवक को देखते हुए आगरा का स्वास्थ्य विभाग कोरोना को लेकर सक्रिय हो गया है। आगरा आने वाले सभी विदेशी पर्यटकों की स्क्रीनिंग शुरू कर दी गई है। रेलवे स्टेशन, बस अड्डों और होटलों में भी सतर्कता बरती जाएगी। इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी अरुण कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम को कड़े निर्देश दिए गए हैं। रेलवे स्टेशनों, बस अड्डों और ताजमहल सहित सभी प्रमुख स्मारकों पर जांच शुरू कर दी गई है। ताजमहल के दीदार के लिए आने वाले विदेशी पर्यटकों, खासकर चीन, जापान, ब्राजील और अमेरिका से आने वाले पर्यटकों के साथ-साथ, इन देशों से लौटने वाले लोगों पर भी विशेष नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही होटलों में ठहरे विदेशी पर्यटकों के बारे में भी स्वास्थ्य विभाग जानकारी ले रहा है। ताजमहल के पूर्वी और पश्चिमी गेट पर जांच के लिए टीमें लगा दी गई हैं। टीमों ने नमूने लेना शुरू कर दिया है।
4. आरटी-पीसीआर संबंधी फॉर्म अनिवार्य किए जाने के आसार
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ‘एयर सुविधा’ फॉर्म को फिर से अनिवार्य करने पर विचार कर रहा है। इसके तहत यात्रा से 72 घंटे पहले की गई आरटी-पीसीआर जांच के विवरण या चीन और अन्य देशों से आने वाले यात्रियों के लिए पूर्ण टीकाकरण प्रमाण की जानकारी देनी होगी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया की अध्यक्षता में बुधवार को बैठक हुई थी। इस बैठक में इसे लेकर भी विचार हुआ। विशेषज्ञों और वरिष्ठ अधिकारियों ने बुधवार को हुई बैठक में निरंतर निगरानी की आवश्यकता पर जोर दिया था। हालांकि, उन्होंने इस बात पर बल दिया था कि अभी तक कोविड मामलों में कुल मिलाकर कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है।
5. नेजल वैक्सीन को मंजूरी
दुनिया में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच सरकार ने नाक से दी जाने वाली कोरोना वैक्सीन को हरी झंडी दी है। नेजल वैक्सीन को नाक से स्प्रे करके दिया जाएगा। नेजल वैक्सीन पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री बोले कि देश की मेडिसिन और वैक्सीन की जरूरत पूरा करने के लिए हम तैयार हैं। एक्सपर्ट कमेटी ने नेजल वैक्सीन को मंजूरी दे दी है। इसे भारत के वैज्ञानिकों ने विकसित किया है। उन्होंने इसे देश के वैज्ञानिकों की उपलब्धि करार दिया है।