चंडीगढ़: पंजाब सरकार की शुक्रवार को हुई कैबिनेट बैठक में बड़े फैसले लिए गए। मुख्यमंत्री भगवंत मान की अध्यक्षता वाली कैबिनेट ने पेट्रोल और डीजल पर प्रति लीटर 90 पैसे का सेस लगाया है। इसके चलते पंजाब में पेट्रोल और डीजल महंगा हो जाएगा। सत्ता में आने के बाद से आम आदमी पार्टी (आप) सरकार की ओर से जनता पर लगाया गया यह पहला टैक्स है। दरअसल शुक्रवार को कैबिनेट ने नकदी संकट से जूझ रही सरकार के सेस लगाने के फैसले को हरी झंडी दे दी। भगवंत मान सरकार इस समय पैसे की कमी का सामना कर रही है। इससे पहले पंजाब में 2021 के दौरान पेट्रोल-डीजल के दाम में भारी फेरबदल हुआ था। पंजाब के तत्कालीन मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने पेट्रोल और डीजल पर वैट को हटा दिया था और इन्हें पेट्रोल-डीजल क्रमशः 10 रुपये और 5 रुपये प्रति लीटर सस्ता हो गया था।औद्योगिक नीति को भी मंजूरी कैबिनेट ने बैठक में बहुप्रतीक्षित औद्योगिक नीति को भी मंजूरी दे दी। राज्य सरकार की ओर से 23-24 फरवरी को प्रस्तावित इन्वेस्टर्स समिट के मद्देनजर नीति की मंजूरी अहम है। राज्य सरकार इस नीति के रोल आउट के माध्यम से 5 लाख करोड़ रुपये के औद्योगिक निवेश को आकर्षित करने पर विचार कर रही है। निवेशकों को लुभाने के लिए नीति औद्योगिक उपभोक्ताओं को बिजली की कम दरों पर जोर दे रही है। 25 करोड़ रुपये तक के निवेश वाली परियोजनाओं की स्वीकृति जिला स्तर पर दी जाएगी।बासमती सेलिंग यूनिट पर मंडी शुल्क माफराज्य में बासमती की बिक्री को बढ़ावा देने के मकसद से बासमती सेलिंग यूनिट पर मंडी शुल्क माफ कर दिया गया है। पंजाब औद्योगिक और व्यवसाय विकास नीति 2022, पंजाब के अधिवासियों को रोजगार देने वाली इकाइयों को रोजगार सृजन सब्सिडी प्रदान करने की बात कही गई है।