
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार रूस लाखों सैनिकों को जंग में हिस्सा लेने के लिए यूक्रेन भेज चुका है। रविवार को रूसी मदर्स डे के मौके पर पुतिन ने अपने नोवो-ओगारियोवो निवास पर 17 महिलाओं से मुलाकात की। एक वीडियो में पुतिन महिलाओं के साथ एक बड़ी टेबल पर बैठे नजर आए। जैसे ही पुतिन कमरे में दाखिल हुए, महिलाएं के चेहरे पर मुस्कुराहट आ गई। रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि वह सैनिकों की मांओं की बेचैनी और चिंता और यूक्रेन में अपने बेटों को खोने के दर्द को समझते हैं।
क्रेमलिन समर्थक अभियानों की सदस्य महिलाएं
उन्होंने कहा, ‘मैं आपको बताना चाहता हूं कि मैं, व्यक्तिगत रूप से, और पूरा नेतृत्व, इस दुख में आपके साथ है।’ पुतिन ने कहा कि हम समझ सकते हैं कि एक मां के लिए बेटे की जगह कोई नहीं ले सकता। माना जा रहा है कि पुतिन ने सैनिकों की लामबंदी के खिलाफ देशभर में उबल रहे गुस्से को शांत करने के लिए महिलाओं के साथ बैठक की है। इनमें से ज्यादातर महिलाएं क्रेमलिन समर्थक अभियानों की सदस्य हैं। आलोचकों का कहना है कि इस मीटिंग के लिए उन्हें खासतौर पर चुना गया है।
‘आपके बेटे की मौत बेकार नहीं गई’मांओं को संतावना देते हुए पुतिन ने कहा कि कुछ लोग वोदका पीकर मर जाते हैं और उनकी जिंदगी के बारे में किसी को नहीं पता चलता। ‘लेकिन आपके बेटे ने अपना लक्ष्य हासिल किया और उसकी मौत बेकार नहीं गई। हाल के हफ्तों में रूसी सेना में भर्ती किए गए सैनिकों की मांएं और पत्नियां सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट कर रही हैं। वह शिकायत कर रही हैं कि कैसे उनके बेटों और पतियों को बिना ट्रेनिंग और बेकार हथियारों के साथ युद्ध में भेज दिया गया है। कुछ महिलाएं सीधे पुतिन से समाधान मांग रही हैं।