यात्रियों को रोक कर लाशें निकाली… 1981 से ऐसी भीड़ नहीं देखी, हादसे की कहानी कुली की जुबानी

नई दिल्ली: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार राच मची भगदड़ में कम से कम 18 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं कई लोग घायल हैं। जानकारी के अनुसार प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ जाने के लिए लोगों की भीड़ स्टेशन के प्लेटफॉर्म 14, 15 और 16 पर पहुंची। लेकिन ओवर क्राउड की वजह से भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। स्टेशन पर 44 साल से काम कर रहे कुली ने हादसे की आंखोंदेखी बताई। उन्होंने बताया कि भीड़ इतनी ज्यादा थी कि जो लोग धक्का मुक्की में गिर गए वो उठ ही नहीं पाए।’जो गिरे वो दोबारा उठ नहीं पाए’रेलवे स्टेशन पर काम करने वाले कुली सुगन लाल मीणा ने बताया, ‘मैं 1981 से कुली का काम कर रहा हूं, लेकिन मैंने पहले कभी ऐसी भीड़ नहीं देखी। प्रयागराज स्पेशल ट्रेन को प्लेटफॉर्म नंबर 12 से रवाना होना था, लेकिन इसे प्लेटफॉर्म नंबर 16 पर शिफ्ट कर दिया गया। जब प्लेटफॉर्म 12 पर इंतजार कर रही भीड़ और बाहर से इंतजार कर रही भीड़ प्लेटफॉर्म 16 पर पहुंचने की कोशिश कर रही थी, तो लोग आपस में टकराने लगे और एस्केलेटर और सीढ़ियों पर गिरने लगे। हालात इतने खराब थे कि जो लोग गिर गए वो दोबारा उठ नहीं पाए’ ’15 शवों को उठाकर एम्बुलेंस में डाला’उन्होंने आगे बताया कि ‘भीड़ को रोकने के लिए कई लोग वहां जमा हो गए। हमने कम से कम 15 शवों को उठाकर एम्बुलेंस में डाला। प्लेटफॉर्म पर सिर्फ जूते और कपड़े थे। हमने पुलिस और दमकल गाड़ियों को बुलाया। मौके पर 3-4 एम्बुलेंस पहुंचीं और लोगों को अस्पताल पहुंचाया गया।’ उन्होंने कहा कि रेलवे स्टेशन पर काम करने वाले सभी कुली ने लोगों की मदद की। मंजर इतना खतरनाक था कि लाशों को निकालने के बाद खाना तक नहीं खा पाए।