AIADMK के सिंबल को निष्क्रिय करने की उनकी इच्छा…पलानीस्वामी ने ओपीएस पर साधा निशाना

तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री एडप्पादी पलानीस्वामी ने बुधवार को अपनी पार्टी के पूर्व सहयोगी ओ पनीरसेल्वम पर निशाना साधते हुए कहा कि अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) प्रतीक को निष्क्रिय करने की पनीरसेल्वम की ‘इच्छा’ पूरी नहीं होगी। किसी भी पार्टी ने द्रमुक के साथ गठबंधन की पुष्टि नहीं की है। बातचीत चल रही है। पलानीस्वामी ने कहा कि हमें सभी अदालतों और चुनाव आयोग से अनुकूल फैसले मिले हैं। चुनाव के दौरान अन्नाद्रमुक के प्रतीक को निष्क्रिय करने की उनकी (ओपीएस) इच्छा पूरी नहीं होगी।इसे भी पढ़ें: DMK और AIADMK ने चुनावी बॉन्ड पर SC के फैसले को सराहाउन्होंने कहा कि हर किसी को समझना चाहिए कि उत्तराधिकार की राजनीति क्या है। चुनाव लड़ने के लिए टिकट देना राजनीतिक विरासत नहीं माना जाना चाहिए। करुणानिधि डीएमके के नेता थे। स्टालिन वर्तमान में डीएमके पार्टी के नेता हैं। उदयनिधि भविष्य में स्टालिन के नेता बनने की कोशिश कर रहे हैं। यह यह उत्तराधिकार की राजनीति है। हमारी नीति है कि अन्नाद्रमुक पार्टी का नेतृत्व एक परिवार के लिए नहीं होना चाहिए और मेरे जैसे सामान्य व्यक्ति को पार्टी के नेतृत्व में आना चाहिए। जे जयललिता के लंबे समय तक सहयोगी रहे पन्नीरसेल्वम को कथित तौर पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के कारण 2022 में अन्नाद्रमुक से निष्कासित कर दिया गया था। उन्होंने पार्टी से निष्कासन को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है।इसे भी पढ़ें: BJP का मिशन साउथ हुआ तेज, तमिलनाडु में 15 पूर्व विधायक और 1 पूर्व सांसद पार्टी में हुए शामिलपलानीस्वामी ने अपने नवीनतम बजट के लिए सत्तारूढ़ द्रमुक सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि इससे राज्य के किसानों को कोई फायदा नहीं होता है। डीएमके सरकार ने किसानों के लिए कोई घोषणा नहीं की जिसका जिक्र उन्होंने अपने घोषणा पत्र में किया था। इस कृषि बजट से किसानों को कोई लाभ नहीं है।