कराची: पाकिस्तान की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले कराची शहर में पुलिस चीफ के दफ्तर पर शुक्रवार को आतंकी हमला हुआ। कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने पांच मंजिला इस इमारत को खाली कराते हुए ऑपरेशन चलाया। कराची में यह आतंकी हमला तब हुआ है जब लगभग हफ्ते भर पहले पेशावर के पुलिस लाइन को आतंकियों ने निशाना बनाया था। पांच आतंकियों ने किया था। इनमें से तीन ने एक सुसाइड अटैक में खुद को उड़ा लिया। जबकि दो को गोलीबारी में पुलिस ने ढेर कर दिया। जिन दो आतंकियों को ढेर किया गया उनके शरीर पर भी बम बंधा था। लेकिन उन्हें ब्लास्ट का मौका नहीं लगा।पाकिस्तानी मीडिया आउटलेट जियो न्यूज के मुताबिक रेंजर्स और पुलिस कर्मियों समेत चार लोगों की जान भी गई है और 18 लोग घायल हुए हैं। पाकिस्तान के राजनीतिक गलियारे में इस घटना की ‘कड़ी निंदा’ की जा रही है। लेकिन पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि निंदा पर्याप्त नहीं है और आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। पुलिस चीफ के दफ्तार पर शाम 7:10 बजे हमला शुरू हुआ। पुलिस और रेंजर्स ने मिल कर 10:46 बजे तक पांच मंजिला इमारत को कई फेज में खाली करा दिया।पेशावर जैसा तरीका अपनायाआतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन के दौरान पुलिस के स्नाइपर ने स्टेशन को चारों ओर से निशाने पर ले रखा था। पूरे इलाके की लाइटें बंद थी। घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें दिख रहा है कि कैसे एक आतंकी ने सुसाइड बॉम्बिंग के जरिए खुद को उड़ा लिया। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि हमलावर पुलिस की वर्दी में ऑफिस में दाखिल हुए। ठीक उसी तरह जैसे पेशावर के पुलिस लाइन की मस्जिद में सुसाइड बॉम्बिंग के लिए ऑफिस में दाखिल हुए थे। पेशावर के धमाके में 100 से ज्यादा लोग मारे गए थे। TTP ने ली हमले की जिम्मेदारीघटना के बाद से ही पुलिस ने कराची के सभी मेन रोड को बंद कर दिया है। पाकिस्तानी रेंजर्स और आर्मी की स्पेशल टीम की टुकड़ी घटनास्थल पर पहुंची हैं। जियो न्यूज से बातचीत में गृहमंत्री राणा सनाउल्लाह ने कहा कि पुलिस और रेंजर्स के कमांडो आतंकियों से निपटने के लिए घटनास्थल पर पहुंचे हैं। इस हमले की जिम्मेदारी तहरीक एक तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने ली है। TTP ने दावा किया, ‘हमारे मुजाहिदीन शहीदों ने कराची में पुलिस चीफ के ऑफिस पर हमला किया है।’