पटना: ‘एनडीए के द्वारा आपके माध्यम से और मीडिया के माध्यम से जो खबर आई है। उसके मुताबिक हमारी पार्टी को तरजीह नहीं दी गई है। इससे हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं में काफी निराशा की स्थिति है। राजनीति करने वाला आदमी कोई साधु नहीं होता है। राजनीति करने वाले को जनता के बीच और जनता का प्यार पाना पड़ता है। लोकतंत्र और प्रजातांत्रिक व्यवस्था में जनता सर्वोपरि है और जनता मान्य है। हमारी पार्टी के पार्लियामेंट्री बोर्ड का फैसला आया है। जब तक विधिवत बीजेपी का लिस्ट प्रसारित नहीं होता है। हमारी पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बीजेपी और माननीय प्रधानमंत्री जी से आग्रह है। हमारी पार्टी के पांच सांसद हैं। उनके लिए पुनः विचार करें। जब तक लिस्ट नहीं आता है। हमें उचित सम्मान नहीं मिला तो हमारा दरवाजा खुला है। हम कहीं भी जा सकते हैं। हम स्वतंत्र हैं। उपरोक्त बयान देकर ने में खलबली मचा दी है। पारस की दो टुकएनडीए में सीट शेयरिंग को लेकर एलजेपी के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने दो टुक जवाब दिया है। उनकी ओर से प्रेस कांफ्रेंस कर बातों को सामने रखा गया है। पशुपति पारस का हाव-भाव पूरी तरह निराश था। उन्होंने अपने संबोधन में गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से अपील की है। उन्होंने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री से भी अपील करते हुए पांच सांसदों पर ध्यान देने को कहा। पशुपति पारस ने अंत में ये बातें कह कर एनडीए की धड़कन बढ़ा दी है। जिसमें पारस ने कहा है कि प्रजातंत्र में सभी लोग स्वतंत्र हैं। जब तक बीजेपी की लिस्ट नहीं आती है। वे इंतजार करेंगे। इसके अलावा उचित सम्मान नहीं मिलने पर उनके लिए सभी दरवाजे खुले रहेंगे। एनडीए छोड़ने की धमकीध्यान रहे कि पशुपति कुमार पारस हाजीपुर सीट को लेकर जिद पर अड़े हुए हैं। इसी बीच चिराग पासवान की जेपी नड्डा से मुलाकात हुई। जिसमें कहा गया है कि चिराग पासवान को हाजीपुर सीट दी गई है। उसके अलावा उन्हें अन्य चार सीटों पर चुनाव लड़ने को कहा गया है। हालांकि सीटों का विवरण अभी नहीं आया है। लेकिन चिराग समर्थकों में इस बात को लेकर खुशी है। वहीं दूसरी ओर पशुपति पारस ने साफ किया कि वे हाजीपुर से ही चुनाव लड़ेंगे। वे हाजीपुर नहीं छोड़ेंगे। चिराग पासवान की बीजेपी की ओर से तरजीह मिलने के बाद से पशुपति कुमार पारस परेशान हैं। हालांकि उन्होंने ये कहा था कि हम एनडीए गठबंधन का हिस्सा है। वफादारी के साथ मित्रता निभाई है। पीएम, गृहमंत्री और जेपी नड्डा का सम्मान करता हूं। मीडिया में खबरें चली कि हमारी पार्टी को तरजीह नहीं दी गई। इससे हमारी पार्टी के कार्यकर्ता निराश है।पारस को ऑफर स्वीकार नहींपशुपति कुमार पारस और चिराग पासवान के बीच हाजीपुर सीट को लेकर रार बरकरार है। दोनों चाचा-भतीजा इस सीट पर अपनी दावेदारी ठोक रहे हैं। पशुपति पारस के बयान के मायने निकाले जा रहे हैं। जिसमें उन्होंने स्पष्ट तौर पर कह दिया कि वो अपनी सारी जिम्मेदारी बीजेपी पर डाल रहे हैं। उन्हें उचित सम्मान नहीं मिलेगा, तब वे कोई भी फैसला लेने के लिए तैयार हैं। ध्यान रहे कि पशुपति कुमार पारस और रामविलास पासवान के असली उत्तराधिकारी बताने वाले चिराग पासवान, दोनों हाजीपुर सीट को लेकर आपस में भिड़ गए हैं। उधर, बीजेपी की ओर से चिराग पासवान को इशारा कर दिया गया है कि उन्हें हाजीपुर सीट दी जाएगी। उसके बाद से ही ये बवाल शुरू हुआ है। चिराग जहां जमुई से सांसद हैं, वहीं पारस अभी हाजीपुर सीट से सांसद हैं। सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी ने पारस को राज्यसभा भेजने का ऑफर दिया है।