विपक्ष के कुछ सांसदों ने बृहस्पतिवार को कहा कि संसद की सुरक्षा में सेंध ने देश में बेरोजगारी के मुद्दे पर ध्यान केंद्रित कर दिया है और सुरक्षा में खामियों को भी उजागर कर दिया है।
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विपक्ष से कह रहे थे कि विधानसभा चुनाव में हार का गुस्सा संसद सत्र के दौरान बाहर न आने दें। अब, लोग खुद अपनी पीड़ा व्यक्त करने के लिए सदन में आ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि लोकसभा कक्ष में कूदने वाले लोगों ने संसद भवन की सुरक्षा में खामियों को उजागर किया है।
शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने कहा कि संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले युवा बेरोजगारी और महंगाई को लेकर देश में व्याप्त निराशा को व्यक्त कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि सुरक्षा में सेंध लगाने वाले लोग आतंकवादी नहीं थे।
उन्होंने कहा, उन्होंने जो रास्ता अपनाया है… जो भावनाएं वे व्यक्त कर रहे हैं वह देश की हैं… बेरोजगारी, महंगाई, अस्थिरता और बेचैनी। वे बेरोजगार हैं। अगर युवाओं ने हताशा से यह रास्ता चुना है, तो यह शुरुआत है।
उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि सुरक्षा उल्लंघन में शामिल युवा बेरोजगार थे और उनके पास पकौड़े बेचने की भी गुंजाइश नहीं थी।
संसद की सुरक्षा में चूक के विषय पर विपक्षी दलों के नेता कल संसद भवन परिसर में प्रदर्शन करेंगे।