Opinion: टीम इंडिया दोहरा रही 2007 वाली गलती, ऐसे तो नहीं बन पाएंगे वर्ल्ड चैंपियन

नई दिल्ली: () 1932 से इंटरनेशनल मैच खेल रही है। 1974 में टीम ने पहला वनडे और 2006 में पहला टी20 खेला। टीम अभी तक 1700 से ज्यादा इंटरनेशनल मैच खेल चुकी है। अगर फैंस पूछा जाए कि 91 साल के भारतीय क्रिकेट इतिहास का सबसे खराब समय क्या था? लगभग सभी का जवाब होगा- 2007 वर्ल्ड कप। पहले बांग्लादेश और फिर श्रीलंका से हारकर भारत टूर्नामेंट के सुपर-8 में भी नहीं पहुंच पाया था। पूरा देश गम में डूब गया था। उस समय टीम के कोच था ग्रेग चैपल और कप्तान राहुल द्रविड़। अभी भारतीय टीम 2023 वर्ल्ड कप () की तैयारी कर रही है। इस बार राहुल द्रविड़ कोच की भूमिका में है। टीम एक बार फिर वहीं गलतियां कर रही है, जो के पहले हो रही थीं। बल्लेबाजी लाइनअप से खिलवाड़?2007 वर्ल्ड कप से पहले भारतीय टीम की बल्लेबाजी लाइनअप से खूब खिलवाड़ होता था। ओपनर सचिन तेंदुलकर को चौथे नंबर पर भेजा जाने लगा। रॉबिन उथप्पा ओपनर हो गए। कभी इरफान पठान नंबर-3 पर खेल रहे हैं तो कभी महेंद्र सिंह धोनी। टूर्नामेंट में स्थिति ऐसी हो गई कि टीम इंडिया को कुछ समझ ही नहीं आया। तीन मैचों में टीम दो अलग-अलग ओपनिंग जोड़ी के साथ उतरी। इरफान पठान को वर्ल्ड कप की प्लेइंग इलेवन में शामिल ही नहीं किया गया। धोनी 7वें नंबर पर उतरे। सहवाग के नंबर के साथ भी बदलाव हुए। 2023 में दोहराई जा रही कहानी2023 वर्ल्ड कप से पहले 2007 वाली कहानी दोहराई जा रही है। वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे सीरीज के पहले मैच में रोहित शर्मा 7वें नंबर पर उतरे। विराट की तो बैटिंग ही नहीं आई। दूसरे मैच में रोहित-विराट को बाहर कर दिया गया। संजू सैमसन तीसरे तो अक्षर पटेल चौथे नंबर पर खेलने आए। इस सीरीज से पहले भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चेन्नई में वनडे खेला था। उसमें अक्षर 5वें नंबर पर उतरे थे। जनवरी में न्यूजीलैंड के खिलाफ मिडिल ऑर्डर में खेलने वाले ईशान किशन ओपनिंग कर रहे हैं।कप्तानी से लेकर बॉलिंग तक में एक्सपेरिमेंटअनिल कुंबले 2005 से वनडे में गिने चुने मैच खेलते थे। उन्हें वर्ल्ड कप टीम में एंट्री मिल गई। 4-5 साल से वनडे के प्रमुख खिलाड़ी रहे मोहम्मद कैफ की टूर्नामेंट से कुछ महीने पहले टीम से छुट्टी हो गई थी। तब भी सहवाग को गिने चुने मैचों में कप्तानी मिलती थी। इस बार भी कुछ वैसा ही देखने को मिल रहा है। 2013 में आखिरी वनडे खेलने वाले उनादकट की टीम में वापसी हो गई है। शिखर धवन बाहर हो चुके हैं। हार्दिक पंड्या ने वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे मैच में कप्तानी की। ये कैसी वर्ल्ड कप की तैयारी?वर्ल्ड कप से पहले उम्मीद कि जाती है कि सभी खिलाड़ियों के पास मैच प्रैक्टिस हो। लेकिन वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे सीरीज में शामिल तेज गेंदबाजों में देखें तो शार्दुल ठाकुर के अलावा कोई वर्ल्ड कप में जाता नहीं दिख रहा। मोहम्मद शमी टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के बाद से ही आराम कर रहे। वह सीधे एशिया कप जैसे बड़े टूर्नामेंट में उतरेंगे। टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के बाद रोहित ने चार जबकि कोहली ने तीन पारी में बैटिंग की है। वेस्टइंडीज के खिलाफ आखिरी वनडे के बाद उन्हें फिर एक महीने का आराम मिलेगा। क्योंकि भारत को अगला वनडे पाकिस्तान के खिलाफ 2 सितंबर को खेलना है। वर्ल्ड कप की ये कैसी तैयारी है?