दुनिया में केवल 19 देशों की इकॉनमी है एक ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा, जानिए कौन-कौन हैं लिस्ट में

नई दिल्ली: दुनिया में कुल 200 से ज्यादा देश हैं लेकिन इनमें से केवल 19 देशों की जीडीपी एक ट्रिलियन डॉलर से अधिक है। दुनिया में सबसे पहले यह मुकाम हासिल करने वाला देश अमेरिका था। उसकी इकॉनमी 1969 में ही एक ट्रिलियन डॉलर पर पहुंच गई थी। इस विशिष्ट क्लब का सबसे नया सदस्य तुर्की है जिसने इसी साल यह मुकाम हासिल किया। भारत इस लिस्ट में पांचवें नंबर पर है। भारत 2007 में ट्रिलियन डॉलर क्लब में शामिल हुआ था। उसके बाद में काफी तेजी आई है और आज देश की जीडीपी 3.73 ट्रिलियन पहुंच चुकी है। इस क्लब में अमेरिका 26.95 ट्रिलियन डॉलर की जीडीपी के साथ पहले नंबर पर है। चीन 17.7 अरब डॉलर के साथ दूसरे और जर्मनी 4.4 ट्रिलियन डॉलर की जीडीपी के साथ तीसरे नंबर पर है।यूरोप की सबसे बड़ी इकॉनमी जर्मनी ने हाल में जापान को पछाड़ा है। जापान अब 4.23 ट्रिलियन डॉलर के साथ दुनिया की चौथी सबसे बड़ी इकॉनमी है। इसके बाद भारत का नंबर है। ब्रिटेन 3.33 ट्रिलियन डॉलर के साथ इस लिस्ट में छठे, फ्रांस 3.05 ट्रिलियन डॉलर सातवें, इटली 2.19 ट्रिलियन डॉलर आठवें, ब्राजील 2.13 अरब डॉलर नौवें और कनाडा 2.12 ट्रिलियन डॉलर दसवें नंबर पर है। इसके बाद रूस (1.86 ट्रिलियन डॉलर), मेक्सिको (1.81 ट्रिलियन डॉलर), दक्षिण कोरिया (1.71 ट्रिलियन डॉलर), ऑस्ट्रेलिया (1.69 ट्रिलियन डॉलर), स्पेन (1.58 ट्रिलियन डॉलर), इंडोनेशिया (1.42 ट्रिलियन डॉलर), तुर्की (1.15 ट्रिलियन डॉलर), नीदरलैंड्स (1.09 ट्रिलियन डॉलर) और सऊदी अरब (1.07 ट्रिलियन डॉलर) का नंबर है। कौन कब बना क्लब का मेंबरजापान की इकॉनमी 1978 में एक ट्रिलियन डॉलर पहुंची थी। जर्मनी 1986 और फ्रांस 1988 में इस क्लब का हिस्सा बने। इटली को 1990 में इसकी सदस्यता मिली जबकि चीन ने 1998 में यह मुकाम हासिल किया। 2004 में कनाडा और स्पेन, 2006 में दक्षिण कोरिया और ब्राजील इस क्लब का हिस्सा बने। 2007 में तीन देशों भारत, मेक्सिको और रूस को यह मुकाम हासिल हुआ। 2008 में ऑस्ट्रेलिया, 2017 में इंडोनेशिया, 2021 में नीदरलैंड्स, 2022 में सऊदी अरब और 2023 में तुर्की भी वन ट्रिलियन डॉलर क्लब का हिस्सा बन गए।