महिला सैनिक के हमलावर की तलाश में इजरायली सेना, गोलीबारी में एक फिलिस्तीनी की मौत

इजरायली सेना ने फिलिस्तीन के शुआफत क्षेत्र में स्थित एक शरणार्थी शिविर की घेराबंदी कर गोलीबारी में एक युवक की हत्या कर दी है. फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी. इजरायली सेना ने कब्जे वाले ईस्ट यरुशलम में एक महिला सैनिक की कथित रूप से हत्या के बाद शरणार्थी शिविर को कथित रूप से घेर लिया है, जहां एक लाख से ज्यादा लोगों का जीवन प्रभावित हुआ है. इसके खिलाफ स्थानीय लोग सड़कों पर आ गए हैं इजरायली सेना का विरोध कर रहे हैं.
विरोधों को दबाने के लिए इजरायली सेना फिलिस्तीनियों पर कथित रूप से हमले कर रही है और आंसू गैस के गोले दाग रही है. बुधवार को ईस्ट यरूशलम में स्कूल कॉलेज बंद रहा और मजदूरों ने भी काम पर जाने से इनकार कर दिया. कॉलेज स्टूडेंट्स भी सैन्य घेराबंदी का विरोध करते हुए सड़कों पर आ गए. फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक मृत युवक की पहचान 18 वर्षीय उसामा अदावी के रूप में हुई है, जो इजरायली सेना के खिलाफ विरोध में शामिल था.
सेना पर पत्थरबाजी कर रहे फिलिस्तीनी
उत्तरी वेस्ट बैंक में एक इजरायली सैनिक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इजरायली सेना अपने सैनिक के हमलावर की तलाश कर रही है और मंगलवार से ही शरणार्थी शिविर को घेर रखा है. बताया जा रहा है कि इसके विरोध में फिलिस्तनी सेना पर पत्थरबाजी कर रहे हैं और इसका जवाब सेना आंसू गैस के गोले से दे रही जिसमें कई लोग घायल हुए हैं. हाल के महीनों में वेस्ट बैंक में इजरायली सैन्य छापे के दौरान दर्जनों फिलिस्तीनी, लड़ाके और नागरिक मारे गए हैं.
130,000 आबादी का जीवन प्रभावित
सेना ने अबतक 11 फिलिस्तीनियों को हिरासत में लिया है. सेना 22 वर्षीय उदय तमीमी के रूप में पहचानी गईं महिला सैनिक की हत्या के बाद हमलावर की तलाश में छापेमारी कर रही है. शरणार्थी के आसपास अनाता, रास खामिस, रास शादेह और दहियात अल-सलाम जैसे क्षेत्र हैं, जहां 130,000 की आबादी है. घेराबंदी के बाद से इलाके में स्वास्थ्य, शिक्षा, खाद्य आपूर्ति समेत बुनियादी सेवाओं तक पहुंच गंभीर रूप से बाधित हुई है. UNRWA, यहां कैंप लगाकर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहा है और सेना की इस घेराबंदी को अस्वीकार्य करार दिया है.