सूर्योदय से सूर्यास्त तक राजस्व वसूली को लेकर बिजली कर्मियों को अधिकारी कर रहे प्रताड़ित

मध्य प्रदेश विद्युत मंडल तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रांतीय महासचिव हरेंद्र श्रीवास्तव ने विद्युत कंपनियों के प्रबंधन एवं आला अधिकारियों का ध्यानाकर्षण करते हुए बताया कि हर दिन राजस्व वसूली को लेकर आउटसोर्स, संविदा कर्मी एवं नियमित कर्मचारियों को प्रताड़ित करते हुए मैदानी अधिकारी कहते हैं कि राजस्व वसूली के लक्ष्य के अलावा 25 प्रतिशत अधिक राजस्व वसूली करो, जो कि जो संभव ही नहीं है। सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक अधिकारी सिर्फ राजस्व वसूली की बात कहकर लाइन कर्मियों को प्रताड़ित करते हैं।

हरेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि राजस्व वसूली के नाम से अधिकारियों के द्वारा बिजली कर्मियों को प्रताड़ित किया जा रहा है। अधिकारियों के द्वारा नियमित कर्मचारियों के ऊपर अनेक आरोप लगाए जा रहे हैं, उन्हें किसी ना किसी बहाने शोकाज नोटिस देकर सस्पेंड किया जा रहा है। उनसे जबरदस्ती कर सेवानिवृत्ति का फॉर्म भरवाया जा रहा है। 

हरेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि युवा अधिकारी जिनको विद्युत कंपनी में भर्ती हुए अभी 10 साल हुए हैं, वे कहते हैं, कर्मचारियों को हमसे ज्यादा पेमेंट मिलती है। युवा अधिकारियों को यह समझ में नहीं आता कि इन नियमित कर्मचारियों के द्वारा विद्युत तंत्र का जाल बिछाया गया है, उन्होंने विद्युत मंडल एवं बाद में बिजली कंपनियों में 35 साल से ज्यादा नौकरी की है, उसी की बदौलत ही युवा अधिकारियों को नौकरी मिली है। युवा अधिकारियों को सब बना बनाया मिल गया है।

हरेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि नियमित कर्मचारियों को एक वर्ष में नौ एक्स्ट्रा वेजेस मिलते हैं, लेकिन नौकरी करने के बाद लगभग डेढ़ वर्ष के 15 एक्स्ट्रा वेजेस नहीं दिए गए हैं, जबकि विद्युत मंडल का आदेश है कि जिन कर्मचारियों से एक्स्ट्रा कार्य कराया जाता है, उन्हें दूसरे माह के वेतन में एक्स्ट्रा वेजेस जोड़कर देना है।

तकनीकी कर्मचारी संघ ने कंपनी प्रबंधन एवं आला अधिकारियों से आउटसोर्स, संविदा एवं नियमित कर्मचारियों को उनकी मूलभूत सुविधा एक्स्ट्रा वेजेस, नाइट अलाउंस, अवकाश के दिन बुलाने पर दुगनी दर से वेतन का भुगतान, सुरक्षा उपकरण, शिफ्ट के समय से ज्यादा कार्य न कराना और राजस्व वसूली के लिए बेवजह प्रताड़ित न करने की मांग की है।