नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस के बीच सीटों का बंटवारा करीब-करीब तय हो चुका है। खबरों के मुताबिक दोनों दलों के बीच बातचीत अंतिम दौर में चल रही है। माना जा रहा है कि आप 4 जबकि कांग्रेस 3 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। 2019 के में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने सभी 7 सीटों पर बड़े अंतर से जीत दर्ज की थी। अब कांग्रेस और आप मिलकर बीजेपी को टक्कर देना चाह रही है। पिछले चुनाव में बीजेपी का वोट शेयर सभी 7 सीटों पर 50 फीसदी से ज्यादा था। भगवा दल को अकेले 56.9 प्रतिशत वोट मिले थे। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या आप और कांग्रेस मिलकर भी बीजेपी को टक्कर दे पाएगी?जानिए 7 सीटों में कौन-कहां से लड़ सकता हैखबरों के मुताबिक, आप ने कांग्रेस को ईस्ट दिल्ली, नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली और चांदनी चौक सीट ऑफर किया है। वहीं, नई दिल्ली, दक्षिण दिल्ली और नॉर्थ वेस्ट दिल्ली से आम आमदी पार्टी अपने उम्मीदवार खड़े कर सकती है। हालांकि, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सीट बंटवारे में काफी देरी हो गई है। उधर, आप सूत्रों ने बताया है कि अगर गठबंधन का फैसला हो जाता है तो आप अपने कैंडिडेट का ऐलान जल्द कर देगी। 2019 के चुनाव में सभी 7 सीटों पर बीजेपी के वोट 50% से ऊपर2019 के चुनाव में बीजेपी ने दिल्ली की सभी सात सीटों पर बंपर जाती दर्ज की थी। उसके सभी कैंडिडेट 50 फीसदी से ज्यादा वोट लाकर जीते थे। चांदनी चौक से बीजेपी कैंडिडेट हर्षवर्धन को 52.94 प्रतिशत वोट मिले थे। ईस्ट दिल्ली से गौतम गंभीर को 55.35 फीसदी वोट मिले थे। नई दिल्ली से बीजेपी कैंडिडेट मीनाक्षी लेखी को 54.77 प्रतिशत वोट मिले थे। नॉर्थ ईस्ट दिल्ली से मनोज तिवारी को 53.9 प्रतिशत वोट मिले थे। दक्षिण दिल्ली से रमेश विधूड़ी को 56.58 फीसदी वोट मिला था जबकि पश्चिम दिल्ली से प्रवेश वर्मा को 60.05 प्रतिशत वोट मिला था। वहीं नॉर्थ वेस्ट दिल्ली से बीजेपी के हंसराज हंस को 60.49 प्रतिशत वोट मिला था।आप-कांग्रेस सीट शेयरिंग फॉर्मूला साल सीट पार्टी 2024ईस्ट दिल्ली कांग्रेस 2024नॉर्थ ईस्ट दिल्ली कांग्रेस 2024चांदनी चौककांग्रेस 2024नई दिल्ली आप 2024दक्षिण दिल्ली आप 2024नॉर्थ वेस्ट दिल्ली आप 2024वेस्ट दिल्ली आप 2019 में अलग-अलग लड़ी थी आप-कांग्रेस2019 के लोकसभा चुनाव में आप और कांग्रेस ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था। जहां कांग्रेस 5 सीटों पर दूसरे नंबर पर रही थी वहीं आप केवल 2 सीटों पर दूसरे नंबर पर रही थी। इसबार अगर दोनों दल मिलकर भी चुनाव लड़ेंगे तो बीजेपी के 56 प्रतिशत वाले आंकड़े को दोनों दल कैसे मिटा पाएंगे ये देखना रोचक होगा।दिल्ली में साल दर साल ऐसे बदलता रहा वोट प्रतिशत लोकसभा चुनावबीजेपीकांग्रेसआपअन्य198926.243.4–30.4199140.239.6–20.2199649.637.3–13.1199850.742.6–6.6199951.742.00–6.3200440.754.8–4.5200935.257.1–7.7201446.415.132.95.5201956.922.518.1– वोटों का अंतर भी समझ लीजिए2019 के लोकसभा चुनाव में दिल्ली में सभी सात सीटों पर बीजेपी के उम्मीदवारों को 50 फीसदी से ज्यादा वोट मिले थे। चांदनी चौक से बीजेपी के कैंडिडेट हर्षवर्धन को 52.94 प्रतिशत वोट मिले थे जबकि कांग्रेस के जयप्रकाश अग्रवाल को 29.83 प्रतिशत और आप के पंकज कुमार गुप्ता को 14.82 फीसदी वोट मिले थे। पूर्वी दिल्ली में बीजेपी के कैंडिडेट गौतम गंभीर को 55.35 प्रतिशत वोट मिले थे। कांग्रेस के अरविंदर सिंह लवली को 24.34 प्रतिशत और आप की आतिशी मार्लेना को 17.51 प्रतिशत वोट मिले थे। नई से बीजेपी की मीनाक्षी लेखी को 54.77 प्रतिशत वोट मिले थे। कांग्रेस के अजय माकन को 27.1 प्रतिशत और आप के बृजेश गोयल को 16.45 फीसदी वोट मिले थे। उत्तर पू्र्वी दिल्ली से बीजेपी के मनोज तिवारी को 53.9 प्रतिशत वोट मिले थे। यहां से कांग्रेस की दिग्गज नेता और दिल्ली की लगातार तीन बार सीएम रह चुकीं शीला दीक्षित को 28.95 प्रतिशत और आप के दिलीप पांडे को 13.1 प्रतिशत वोट मिले थे। उत्तर पश्चिम दिल्ली से बीजेपी के हंस राज हंस को 60.49 प्रतिशत वोट मिले थे। यहां से कांग्रेस के उम्मीदवार राजेश लिलोठिया को 17.01 प्रतिशत जबकि आप के गगन सिंह को 21.16 प्रतिशत ही वोट मिले थे। दक्षिण दिल्ली में बीजेपी के रमेश बिधूड़ी को 56.58 फीसदी वोट मिले थे। इस सीट से आप कैंडिडेट राघव चड्ढा को 26.47 फीसदी वोट मिले थे जबकि दिग्गज बॉक्सर विजेंदर सिंह ने कांग्रेस से चुनाव लड़ा था और उन्होंने महज 13.62 प्रतिशत वोट मिले थे। पश्चिमी दिल्ली से बीजेपी के उम्मीदवार प्रवेश वर्मा को 60.05 प्रतिशत वोट मिले थे जबकि कांग्रेस के महाबल मिश्रा को 20.04 और आप के बलबीर सिंह जाखड़ को 17.58 प्रतिशत ही वोट मिल पाए थे। यानी 2019 के लोकसभा चुनाव में आप और कांग्रेस सातों सीटों पर मिलकर भी बीजेपी का अकेले मुकाबला करने की स्थिति में नहीं थीं।