अडानी समूह को अब इस फ्रांसीसी कंपनी ने दिया बड़ा झटका, 50 अरब डॉलर के ज्वाइंट हाइड्रोजन प्रोजेक्ट पर लगाई रोक

अडानी समूह के शेयरों की सेहत में बीत दो दिन में भले ही थोड़ा सुधार हुआ हो, लोकिन हिंडनबर्ग रिपोर्ट की वजह से अडानी समूह की मुश्किलें अभी भी कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अडानी समूह को एक और बड़ा झटका लगा है। इस बार अडानी ग्रुप को फ्रांसीसी कंपनी ने झटका दिया है। इस कंपनी ने ज्वाइंट हाइड्रोजन प्रोजेक्ट पर रोक लगा दी है।फ्रांसीसी कंपनी टोटल एनर्जीज ने बुधवार को अपने एक बयान में कहा कि उसने अडानी ग्रुप के साथ अपनी 50 अरब डॉलर के ज्वाइंट हाइड्रोजन प्रोजेक्ट को फिलहाल रोक दिया है। गौर करने वाली बात यह है कि टोटल एनर्जीज, अडानी समूह की सबसे बड़े विदेशी निवेशकों में से एक है। टोटल एनर्जीज और अडानी समूह साथ मिलकर हाइड्रोजन प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं। इसकी लागत 50 अरब डॉलर है। इस प्रोजेक्ट के रुकने के बाद अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह अडानी समूह के लिए कितना बड़ा झटका है।जून 2022 में ज्वाइंट हाइड्रोजन प्रोजेक की घोषणा के मुताबिक, टोटल एनर्जीज को अडानी समूह की कंपनी अडानी न्यू इंडस्ट्रीज लिमिटेड में 25 फीसदी हिस्सेदारी भी लेनी थी। यह फर्म ग्रीन हाइड्रोजन के क्षेत्र में अगले 10 सालों में बड़ा निवेश कर रही है। इस निवेश के जरिए समूह ने साल 2030 से पहले 1 अरब टन के ग्रीन हाइड्रो जन के उत्पादन का अनुमान लगाया है।टोटल एनर्जीज ने यह बड़ा फैसला ऐसे समय में लिया है, जब अमेरिकी शॉर्ट-सेलर फर्म हिंडनबर्ग ने अडानी ग्रुप पर अकाउंटिंग हेरफेर और शेयर की कीमतों में छेड़छाड़ करने के आरोप लगाए हैं। फ्रांसीसी कंपनी के सीईओ पैट्रिक पौयान ने एक अर्निंग कॉल में बताया कि अडानी समूह के साथ साझेदारी का ऐलान पिछले साल जून के महीने हुई थी, लेकिन कंपनी ने अभी तक समझौते पर हस्ताक्षर नहीं किए थे। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में क्या है?25 जनवरी को हिंडनबर्ग ने अडानी ग्रुप के संबंध में 32 हजार शब्दों की एक रिपोर्ट जारी की। रिपोर्ट के निष्कर्ष में 88 प्रश्नों को शामिल किया। रिपोर्ट में दावा किया गया कि अडानी समूह दशकों से शेयरों के हेरफेर और अकाउंट की धोखाधड़ी में शामिल है। रिपोर्ट में कहा गया है कि तीन साल में शेयरों की कीमतें बढ़ने से अडानी समूह के संस्थापक गौतम अडानी की संपत्ति एक अरब डॉलर बढ़कर 120 अरब डॉलर हो गई है। इस दौरान समूह की 7 कंपनियों के शेयर औसत 819 फीसदी बढ़े। इसी रिपोर्ट के आने के बाद शेयर बाजार में भूचाल आ गया था और देखते ही देखते अडानी ग्रुप के शेयर धराशाई हो गए थे।