जम्मू-कश्मीर के हालात में सुधार का लाभ इस केंद्र शासित प्रदेश के किसानों को भी खूब हो रहा है। जम्मू में जहां सीमा के नजदीक खेतों में किसान बिना किसी भय के कटाई कर पा रहे हैं तो वहीं कश्मीर घाटी में लहलहाते खेत पर्यटकों के आकर्षण का नया केंद्र बन गये हैं। जम्मू की बात करें तो आपको बता दें कि भारत-पाकिस्तान सीमा पर साल भर के संघर्षविराम के कारण बनी शांति के बीच गजनसू क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे इलाके में गेहूं की कटाई शुरू हो गई है। हम आपको बता दें कि जम्मू से करीब 55 किलोमीटर दूर गोलपत्तन-चिनोर क्षेत्र में सीमा पर लगी बाड़ के दोनों तरफ करीब 2,300 एकड़ जमीन पर फैले कृषि विभाग के बीज गुणन फार्म जीरो लाइन पर स्थित है, जहां गेहूं फसल की कटाई के लिए आदमी और मशीनें हरकत में आ चुके हैं।हम आपको बता दें कि भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर पिछले साल से संघर्षविराम जारी है। इसने जम्मू-कश्मीर में सीमा पार गोलाबारी के लगातार डर के साए में रहने वाले सीमावर्ती निवासियों के बीच एक शांतिपूर्ण भविष्य की उम्मीदें फिर से जगा दी हैं। चिनोर स्थित बीज गुणन फार्म के प्रबंधक कुलदीप राज ने कहा, ‘हमने इस खेत में गेहूं की फसल की कटाई शुरू कर दी है। हमारी फसल पक चुकी है। हमें इस खेत में कटाई पूरी करने में कुछ दिन लगेंगे।’ उन्होंने कहा कि सीमा पर लगे बाड़ के दोनों तरफ फैली 2,290 एकड़ जमीन पर कटाई हो रही है। उन्होंने कहा, ‘‘इस तरफ कटाई पूरी होने के बाद, हम बीएसएफ के सहयोग से 280 एकड़ क्षेत्र में बाड़ के पार कटाई करेंगे।’’ हम आपको बता दें कि अंतर्राष्ट्रीय सीमा (आईबी) की रखवाली कर रहे बीएसएफ के जवान कृषि विभाग के किसानों और कर्मचारियों को सीमा की बाड़ के पार अपनी जमीन पर खेती करने और फसल काटने की अनुमति देते हैं।इसे भी पढ़ें: कभी मोदी को बताया कश्मीर के लिए बेस्ट PM तो राहुल को जूतों से पिटाई करवाने की बात कह डाली, पुलवामा पर सत्यपाल मलिक के दावे को कितनी गंभीरता से लिया जा सकता है?हम आपको यह भी बता दें कि जम्मू और कश्मीर सरकार का बीज गुणन फार्म, ‘समग्र कृषि विकास योजना’ के तहत किसानों को वितरण के लिए उच्च उपज वाले बीजों का उत्पादन करने वाले जम्मू क्षेत्र के सबसे बड़े फार्म में से एक है। खेत में 200 एकड़ जमीन पर जई, आलू, सरसों और कई अन्य फसलें भी उगाई जाती हैं।इसके अलावा यदि जम्मू-कश्मीर में सरसों और केसर की खेती की बात करें तो आपको बता दें कि कश्मीर घाटी में लहलहाते पीली सरसों के खेत फिल्म डीडीएलजे के खेत में रोमांस वाले सीन की याद दिलाते हैं। पीली सरसों देखकर पर्यटक भी खेतों में खिंचे चले आ रहे हैं। पृथ्वी का स्वर्ग कहे जाने वाले कश्मीर के खेत इन दिनों पीली सरसों से गुलजार हैं। खासतौर पर अवंतीपोरा पुलवामा जिले के राष्ट्रीय राजमार्ग के खेतों को देखने के लिए बड़े पैमाने पर पर्यटक आ रहे हैं।